5 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है विश्व शिक्षक दिवस, जानें इतिहास

5 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है विश्व शिक्षक दिवस, जानें इतिहास

नई दिल्ली: 5 सितंबर को भारत देश में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन बच्चे स्कूल को सजाते है और अपने शिक्षकों के लिए उपहार लेकर आते है। साथ ही स्कूलों में कार्यकर्मों का आयोजन किया जाता है। ये तो बात हो गई भारत में मनाए जाने वाले शिक्षक दिवस की। अब बात करते है विश्व शिक्षक दिवस की। बता दें कि आज विश्व शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। हर साल विश्व में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

दरअसल मां और पिता के बाद शिक्षक ही हमें दुनिया में आगे बढ़ना का संदेश देता है। दुनिया में क्या कुछ चल रहा है। हम अपने करियर में क्या कर सकते है क्या करना चाहिए। ये सब हम शिक्षक के द्वारा सीखते है। हालांकि मां को बच्चे का पहला शिक्षक कहा जाता है लेकिन शिक्षक को बच्चे के जीवन में एक अहम रोल निभाते है। शिक्षक बच्चे को अपने करियर के सीढ़ी का रास्ता दिखाती है। वहीं आज पूरे विश्व में शिक्षक दिवस माना जा रहा है।    

विश्व शिक्षक दिवस का इतिहास

दरअसल 5 अक्टूबर 1966 में Teaching in Freedom संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे और विश्व में शिक्षकों की स्थिति को सुधारने के लिए इस मिशन में लगभग 100 देशों को शामिल कर अध्यापकों के लिए कई कानून बनाएं गए थे। विश्व में इस बदलाव से अध्यापकों की स्थिति काफी सुधरी और उन्हें सम्मान मिला जिसे देखते हुए 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया।

इस साल की थीम

विश्व शिक्षक दिवस को हर साल एक नई थीम के साथ आयोजित किया जाता है। यूनेस्को संगठन के द्वारा इस साल 2022 में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस की थी उन शिक्षकों के सम्मान में रखी गई है जिन्होंने बीते साल कोरोना वायरस में भी शानदार प्रदर्शन किया है। विश्व शिक्षक दिवस 2022 की थीम है ‘शिक्षा का परिवर्तन शिक्षकों के साथ शुरू होता है।’ इस साल कोविड-19 के चलते शिक्षा में आए परिवर्तनों को शानदार तरीके से अपनाकर बेहतर रिजल्ट देने वाले अध्यापकों को सम्मानित किया जाएगा।

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