मासूमों पर बढ़ा खसरे का खतरा, WHO ने बताया काबू के उपाएं

मासूमों पर बढ़ा खसरे का खतरा, WHO ने बताया काबू के उपाएं

नई दिल्ली: डेंगू के बाद अब देश में एक और बीमारी का खतरा बढ़ गया है। बता दें कि बच्चों में खसरा की बीमारी बढ़े ही तेजी के साथ बढ़ रही है। इससे कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है। ऐसे में अब केंद्र सरकार सख्त नजर आ रहे है। इसके लिए केंद्र ने तीन राज्यों में उच्च-स्तरीय बहु-विषयक 3-सदस्यीय टीमों को तैनात करने का निर्णय लिया गया है। ये टीमें सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरणों की सहायता करेंगी।

वहीं इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन और संयुक्त राज्य रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा एक रिपोर्ट सामने आया है। जिसमें कहा गया है कि कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से खसरा टीकाकरण कवरेज में लगातार गिरावट आई है। 2021 में, दुनियाभर में लगभग 4 करोड़ बच्चे खसरे के टीके की खुराक से चूक गए। 2.5 करोड़ बच्चों ने अपनी पहली खुराक ही नहीं ली जबकि 1.47 करोड़ बच्चों ने अपनी दूसरी खुराक मिस कर दी। टीकों में यह गिरावट लाखों बच्चों को संक्रमण के प्रति संवेदनशील बनाती है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, महामारी का विरोधाभास यह है कि COVID-19 के खिलाफ टीके रिकॉर्ड समय में विकसित किए गए थे और इतिहास के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में तैनात किए गए थे, लेकिन इस दौरान नियमित टीकाकरण कार्यक्रम बुरी तरह से बाधित हो गए थे। लाखों बच्चे खसरे की तरह घातक बीमारियों के खिलाफ  टीकाकरण से चूक गए थे। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रमों को वापस पटरी पर लाना बिल्कुल महत्वपूर्ण है। इस रिपोर्ट में सामने आए आंकड़े के पीछे एक बच्चे को एक रोकथाम योग्य बीमारी का खतरा है।

क्या है खसरा बीमारी

खसरा रोग संक्रामक वायरस के कारण होने वाला एक संक्रमण रोग है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बड़ी आसानी से फैल सकता है। खसरा होने पर इसमें पूरे शरीर पर लाल चकत्ते उभर आते हैं। खसरा होने पर यह लाल दाने शरूआत में सिर पर होते हैं और फिर धीरे-धीरे पूरे शरीर पर फैल जाते हैं। खसरा रोग को रूबेला भी कहा जाता है।

लक्षण

1.    सामान्य से तेज बुखार आना

2.    सूखी खाँसी होना

3.    लगातार नाक बहना

4.    गले में खरास बने रहना

5.    आँखों में सूजन आना

6.    मुंह के अंदर छोटे सफेद धब्बे  

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