दशहरे के दिन क्याे किया जाता है शमी के पत्तों का लेन-देन, जानें इस पत्तियों का चमत्कारी महत्व

दशहरे के दिन क्याे किया जाता है शमी के पत्तों का लेन-देन, जानें इस पत्तियों का चमत्कारी महत्व

नई दिल्ली: शारदीय नवरात्र के 10वें दिन दशहरा मनाया जाता है। वहीं इस दिन भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था, जिसके खुशी में यह त्योहार मनाया जाता है। इसके साथ धार्मिक मान्यताओं के अनुसार श्रीराम, अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्षो के लिए वनवास काट रहे थे। तभी दुष्ट, अहंकारी रावण प्रभु श्रीराम की कुटिया में साधु का वेश धारण करके माता सीता का हरण कर उन्हें अपने साथ लंका लेकर चला जाता है।

बता दें कि लंका पर आक्रमण करने से पहले श्रीराम ने शमी के वृक्ष के सामने झुक कर अपने विजय के लिए प्रार्थना की थी। जिसके बाद श्रीराम ने रावण का वध कर दिया था। तभी से ऐसी मान्यता है कि शमी की पत्तियों को स्पर्श करने मात्र से मनुष्य की सभी कष्ट और समस्याएं दूर हो जाती है। ऐसी मान्यता है कि शमी का पेड़ घर मे लगाने से देवी देवताओं की कृपा हमेशा बनी रहती है। साथ ही साथ शमी का पेड़ शनि देव के गुस्से से भी रक्षा करता है। शमी की पत्तियों को बांटने से घर में सुख -समृद्धि  का वास होता है। पुराणों में शमी के वृक्ष की महिमा का बहुत जिक्र किया गया है।वास्तु शास्त्र के अनुसार रोजाना शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से शनि देव के गुस्से से बचा जा सकता है।

वहीं हिंदू मान्यताओं के अनुसार शमी के पौधे को बहुत शुभ माना गया है। यह पौधा भगवान शिव को भी बहुत प्रिय है और जो भी इसे घर पर लगाता है उस पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। वहीं अगर ये पौधा किसी वजह से सूख गया तो ऐसे में आपके घर में कंगाली की स्थितिपेदा हो सकती है। वहीं अगर यह पौधा आपके घर में भी है और अगर ये किसी वजह से सूखता है तो ऐसे में इसे तुरंत हटा दे और इसकी जगह शमी का दूसरा पौधा रोप दे।

Leave a comment