Mahakumbh 2025: प्रयागराज में विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ पौष पुर्णिमा सोमवार को शुरु गया है। यह महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा। महांकुभ में पहले दिन ही 1.65 करोड़ लोग आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। और आने वाले 45 दिनों में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओ के आने की संभावना है। इस संख्या को देखते हुए कनफेडरेशन आफ इंडियन ट्रेडर्स के राष्ट्रीय महामंत्री और दिल्ली के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने महाकुंभ में 2 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद जताई है।
महाकुंभ में 2 लाख करोड़ रुपये का कारोबार
बता दें कि, प्रवीण खंडेलवाल क अनुसार महांकुभ के आयोजन से प्रयागराज और आसपास के शहरों का व्यापार तेजी से बढेंगा। रेलवे और सड़क परिवहन की भी बड़ी आय होने की संभावना है। ऐसा अनुमान है कि महांकुभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सख्या के अनुसार यदि प्रति व्यक्ति 5,000 रुपये खर्च करता है तो कुल आंकड़ा दो लाख करोड़ रुपये से अधिक होगा।
महांकुभ धार्मिक अर्थव्यवस्था का केंद्र
महांकुभ का आयोजन भारत के साथ पूरे विश्व में धार्मिक अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा केंद्र बनने जा रहा है। कुंभ में शामिल होने देश के अलग अलग राज्यों के साथ विदेशों से भी श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आ रहे है। अगले 45 दिनों में जो श्रद्धालु पहुंचने वाले उतनी संख्या विश्व में कई देशों की जनसंख्या के बराबर है
यूपी सरकार ने चलाई एक हजार बसें
बता दें कि, महांकुभ के आयोजन में आ रहे श्रद्धालुओं को प्रयागराज के होटल न बुक होने पर कानपुर में बुकिंग करनी पड़ है। कानपुर आयोजन का सेंट्रल होने के कारण यहां हर राज्य से ट्रेनें भी आती हैं साथ ही हाईवे से भी प्रयागराज जाने का भी रास्ता है। इस कारण कानपुर के होटलों में श्रद्धालुओं की बुकिंग काफी ज्यादा है।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से श्रद्धालुओं के लिए एक हजार बसों को इस आयोजन से जोड़ा है ताकि देश के अलग अलग राज्यों से आ रहे श्रद्धालु कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंचते है तो उन्हें भी महाकुंभ तक पहुंचाने की जिम्मेदारी रहेगी। इसके अलावा में यहां किराए पर कारों को देने के लिए कई ट्रैवलर भी हैं जिनके पास प्रतिदिन प्रयागराज जा रहे श्रद्धालुओं की ही बुकिंग है।
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