Kannauj: महिला किसान ने पेश की मिसाल, किसी आयरलैंड से कम नहीं दिखता यहां का नजारा

Kannauj: महिला किसान ने पेश की मिसाल, किसी आयरलैंड से कम नहीं दिखता यहां का नजारा

कन्नौज: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में रहने वाली एक महिला किसान ने कर दिखाया है महिला किसान ने मछली पालन, उद्यानिकी के साथ साथ पर्यटन क्षेत्र विकसित कर मिसाल कायम की है. मछली बेचकर वह सालाना 20 लाख रुपये के आसपास आमदनी करने के साथ मछली पालन के इच्छुक किसानों को प्रशिक्षण भी दे रही हैं.

मछली पालन केंद्र की खूबसूरती को देखकर लोग इसको पर्यटन स्थल मानने लगे है और यहां प्रतिदिन कई परिवार तालाब में वोटिंग के साथ बगीचे में घूमने का आनंद उठाने आ रहे हैं. कहने को तो यह महिला किसान कक्षा 10 तक ही पढ़ी है. लेकिन किसानी क्षेत्र में किये गए अलग कारनामो से खुश होकर गूगल एक साल पहले ही इनकी तारीफ कर इनको बधाई पत्र भेज चुका है. प्रगतिशील महिला किसान का नाम किरन राजपूत है

तिर्वा तहसील क्षेत्र के बथुइंया गांव निवासी किरन कुमारी राजपूत पत्नी आरएस राजपूत ने वर्ष 2016 में जल प्लावित योजना के तहत 2 हेक्टयर भूमि पर सरकार द्वारा 2 लाख रुपये की अनुदान राशि प्राप्त की थी. जिसके बाद उसने अपनी जमा पूंजी और रिश्तेदारों से उधार लेकर मछली पालन शुरू किया था. 25 बीघे के तालाब में काम शुरू करने में 11 से 12 लाख रुपये खर्च आया था.

कुछ मुनाफा होने पर बेटे शैलेंद्र की मदद से उसने ब्यापार को बड़ा रूप दिया. उसने तालाब के बीच में एक बीघा भूमि पर टापू बनाया. टापू में बागवानी कर फूलों की पौध, आम, अमरूद, केला, करौंदा, पपीता, जामुन,नींबू, बेलुआ के कुछ पेंडो की बागवानी कर टापू को खूबसूरत बनाया. महिला किसान ने फलों के सैकड़ो पेंडो को मछली पालन के लिए बनाए गए तालाब के किनारे किनारे भी लगाए.

मछली पालन के साथ साथ बागवानी कर अपनी आय को बढ़ाया है. महिला किसान ने टापू में ही अपना घर भी बनाया. पानी के बीच बने इस खूबसूरत बगीचे में घूमने के लिए कन्नौज शहर और तिर्वा के दर्जनों परिवार प्रतिदिन जाते हैं. बगीचे में घूमने के साथ लोग तालाब में वोटिंग का भी आनन्द लेते हैं.

किरन ने बताया कि तालाब में कतला, नैन, चाइना फिश, ग्रास कटर रोहू और सिल्वर मछलियां हैं. मछली पालन से हर साल करीब 20 लाख की आमदनी हो जाती है. बागवानी में लगाये पौधों से मिलने वाले फलों को वह अभी विक्रय नही करती आसपास के बच्चो में फल का वितरण कर देती है. आने वाले समय में जब इसमे अधिक फल निकलेंगे तो उसको बाजार में बेच आये बढ़ाएंगे. किसान किरण ने बताया कि वह मछली पालन के लिए किरन किसानों को प्रशिक्षण भी देती हैं. अब तक कई किसानों को प्रसीक्षत कर उनको आत्मनिर्भर बना चुकी है.

कक्षा 10 तक पढ़ीं किरन ने बताया कि तालाब के किनारे तीन सोलर नलकूप लगे हैं. जिससे तालाब में पानी भरा जाता है। सोलर नलकूप से बाग में लगे फल-फूलों के पौधों की भी सिंचाई की जाती है. महिला किसान के बेटे शैलेन्द्र राजपूत ने बताया कि तालाब में पानी भरने के लिए उसको बिजली की आवश्यकता नही होती सरकार द्वारा उसको अनुदानित सोलर पंप मिला है जिससे वह तालाब में पानी भरता है

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