थायराइड के असंतुलित होने से शरीर को हो सकता है घातक नुकसान, जानें

थायराइड के असंतुलित होने से शरीर को हो सकता है घातक नुकसान, जानें

नई दिल्ली: हमारा शरीर पूरी तरह से स्वस्थ तब रहता है। जब शरीर में हार्मोन और ऑर्गन दो ही अच्छे से काम कर रहे हो। हालांकि मौजूदा दौर में थायरॉइड से तमाम लोग जूझ रहे है। इस बीमारी के बाद मरीज कई तरह की शारीरिक समस्याओं की चपेट में आ जाता है। वहीं थायरॉयड के कुछ लक्षण ऐसे है जो स्पष्ट होते है लेकिन आप उन्हें समझ नहीं पाते है।

वहीं थायराइड ग्लैंड मानव शरीर में अनेक कार्य को नियंत्रित करती है। अगर इस ग्रंथि में थोड़ी सी भी खराबी आ जाए तो मानव शरीर को इसका भारी नुकसान भुगतना पड़ता है। अगर थायराइड ग्लैंड आवश्यकता से कम हार्मोन का निर्माण करती है तो इस स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म कहा जाता हैऔर यदि यह ग्लैंड‌ आवश्यकता से ज्यादा हार्मोन का निर्माण करती है तो इसे हाइपरथायराइडिज्म कहा जाता है। इस ग्रंथि की खराबी से वजन बढ़ने या घटने और दिल की समस्याओं के साथ अनेक बीमारियां हो सकती हैं।शरीर के बाकी अंगों की तरह थायरइड फंक्शन को कंट्रोल करना भी बहुत जरूरी होता है। बता दें कि, थायरॉइड का काम हार्मोन को स्रावित करना है जो बॉडी फंक्शन को बदलता और मैनेज करता है।

अगर आपके शरीर का वजन तेजी से घट या बढ़ रहा है तो यह थायरॉइड का एक लक्षण हो सकता है क्योंकि थायरॉइड ग्रंथि मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करने में मदद करता है,जिसका सीधा-सीधा असर आपके वजन पर पड़ता है। इसके अलावा मेटाबॉलिज्म सामान्य से अधिक कैलरी को बर्न कर देता है। यह वजन को प्रभावित करने के साथ-साथ गर्मी और सर्दी के प्रति शरीर को बेहद संवेदनशील बना देता है। वहीं अनियमित थकान और् कमजोरी थायराइड की समस्या के शुरूआती लक्षण होते है। जिससे तेज मेटाबोलिज्म होने के कारण शरीर में एनर्जी लॉस होता है और यह एनर्जी लॉस कमजोरी का कारण बनता है।इसी कमजोरी के कारण आप थका हुआ महसूस करते हैं।

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