जातीय जनगणना पर क्रेडिट लेने की मची होड़! CM नीतीश कुमार और तेजस्वी का बयान आया सामने

जातीय जनगणना पर क्रेडिट लेने की मची होड़! CM नीतीश कुमार और तेजस्वी का बयान आया सामने

Nitish Kumar On Caste Census: मोदी सरकार ने बुधवार को कैबिनट बैठक में जातीय जनगणना को मंजूरी मिल गई है। मूल जनगणना के साथ ही जाति गणना भी की जाएगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी घोषणा की। इसके बाद बिहार भाजपा प्रदेश कार्यालय में जश्न शुरु हो गया है। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस फैसले के पीछे विपक्ष का दवाब बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि देर आए दुरूस्त आए। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जातीय जनगणना को विपक्ष ने बड़ा मुद्दा बताया था। खासकर बिहार और उत्तर प्रदेश में इस मुद्दे का वोटों पर प्रभाव भी देखने को मिला था।

सीएम नीतीश ने पीएम मोदी को दिया धन्यवाद

जातीय जनगणना करवाने के फैसले के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार प्रकट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, “जाति जनगणना कराने का केंद्र सरकार का फैसला स्वागतयोग्य है। जाति जनगणना कराने की हमलोगों की मांग पुरानी है। यह बेहद खुशी की बात है कि केन्द्र सरकार ने जाति जनगणना कराने का निर्णय किया है। जाति जनगणना कराने से विभिन्न वर्गों के लोगों की संख्या का पता चलेगा जिससे उनके उत्थान एवं विकास के लिए योजनाएँ बनाने में सहूलियत होगी। इससे देश के विकास को गति मिलेगी। जाति जनगणना कराने के फैसले के लिए माननीय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी का अभिनंदन तथा धन्यवाद।“

तेजस्वी यादव का बयान आया सामने

बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा, "जब हमने बिहार में जातिगत सर्वेक्षण के निष्कर्षों के आधार पर आरक्षण को बढ़ाकर 65% किया था, तब भी हमने केंद्र सरकार से मांग की थी कि इस प्रावधान को अनुसूची 9 में शामिल किया जाए, लेकिन अब तक सरकार ने ऐसा नहीं किया है... जातिगत जनगणना परिसीमन से पहले की जानी चाहिए और फिर जिस तरह से दलितों, एससी, एसटी और आदिवासियों के लिए संसद और राज्य विधानसभाओं में आरक्षित सीटें हैं, उसी तरह ओबीसी और अत्यंत पिछड़े वर्गों के लिए भी आरक्षित सीटें होनी चाहिए।"

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