'साउथ फिल्में है 'रूटेड' लेकिन बॉलीवुड की फिल्में...' , तमन्ना भाटिया के इस बयान से मची फिल्म इंडस्ट्री में खलबली

'साउथ फिल्में है 'रूटेड' लेकिन  बॉलीवुड की फिल्में...' , तमन्ना भाटिया के इस बयान से मची फिल्म इंडस्ट्री में खलबली

South vs Bollywood Film Industry: हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगु फिल्मों में काम करने वाली तमन्ना भाटिया एक बार फिर बॉलीवुड पर राज करने में कामयाब रही। श्रद्धा कपूर, राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी स्टारर फिल्म 'स्त्री 2' ने बॉक्स ऑफिस पर 500 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया है।

वहीं इस फिल्म की सफलता के बाद तमन्ना ने एक पॉडकास्ट में अपने करियर पर बात करते हुए बॉलीवुड और साउथ फिल्मों में अंतर बताते हुए कुछ ऐसा कहा जिससे वह चर्चा का विषय बन चुकी है।

जमीन से जुड़ी हई है साउथ की फिल्में

हाल ही के एक पॉडकास्ट में उन्होंने अपने करियर पर खुलकर बात की। साथ ही अभिनेत्री ने बताया कि उनके अनुसार साउथ की फिल्में ज्यादातर रूटेड होती है यानी जमीन से जुड़ी हई कहानियां। इसलिए ही वे दर्शकों को ऐसी फिल्में ज्यादा पसंद आती हैं।

तमन्ना ने दिया जवाब

पॉडकास्ट के दौरान होस्ट ने जब तमन्ना से पूछा कि बॉलीवुड की फिल्में साउथ की फिल्मों से किस तरह अलग हैं, तब इस पर एक्ट्रेस ने जवाब दिया कि'मैंने जो अंतर देखा है, वह यह है कि साउथ की फिल्में अपने भौगोलिक स्थानों के संदर्भ में ज्यादा बात करती हैं। मुझे लगता है कि उनकी विषय-वस्तु मुख्य रूप से वैश्विक स्तर पर इसलिए अनुवादित हो रही है क्योंकि वे मूल कहानियों को बताने की कोशिश कर रही हैं।'

बुनियादी मानवीय भावनाओं पर बनती है साउथ की फिल्में

एक्ट्रेस आगे कहती है, 'वे लोगों में से कुछ को चुनने के नजरिए से काम नहीं करते। वे बुनियादी मानवीय भावनाओं, माँ, पिता से जुड़ी, भाई, बहन से बदला लेने वाली कहानियों को चुनते हैं जो अलग-अलग कहानी कहने के फॉर्मेट के जरिए बुनियादी मानवीय भावनाओं के बारे में कई और कहानियां बताती हैं। वे अपने दृष्टिकोण को जिस तरह से पेश करना चाहते हैं, उसे लेकर भी बहुत चिंतित रहते हैं। वे अलग-अलग तरह के लोगों की सेवा करने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। वे सिर्फ वही बताने की कोशिश कर रहे हैं जो वे पूरी तरह से जानते हैं। मुझे लगता है कि दक्षिण के लिए यह वाकई कारगर रहा है।'

बॉलीवुड फिल्मों पर क्या बोली तमन्ना?

बॉलीवुड फिल्मों पर तमन्ना ने कहा कि बॉलीवुड में कई बार फिल्में'सबके मनोरंजन' के लिए बनाई जाती हैं, जो शायद कारगर न हों। उन्होंने 'लापता लेडीज' की तारीफ की और कहा कि इसमें लोगों के बारे में बहुत अच्छी बातें कही गई हैं।  

Leave a comment