Shreyas Iyer Double Century: मुंबई और ओडिशा के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी के एलीट ग्रुप ए मुकाबले में श्रेयस अय्यर ने बल्लेबाजी का ऐसा तूफान मचाया कि क्रिकेट जगत दंग रह गया। अय्यर ने महज 201गेंदों में 200रन ठोकने के बाद, उसे डबल सेंचुरी में बदलते हुए 233रन तक पहुंचाया। इस पारी में उन्होंने 23चौके और 9छक्के लगाए, जिनसे उन्होंने कुल 146रन सिर्फ बाउंड्री के जरिए जुटाए। यह अय्यर के फर्स्ट क्लास करियर का सबसे बड़ा स्कोर है।
नौ साल बाद रणजी ट्रॉफी में डबल सेंचुरी का सूखा टूटा
श्रेयस अय्यर के लिए यह पारी खास थी क्योंकि यह उनके फर्स्ट क्लास करियर की तीसरी डबल सेंचुरी थी। इसके साथ ही, उन्होंने रणजी ट्रॉफी में 9साल बाद दोहरे शतक का सूखा भी खत्म किया। इससे पहले उन्होंने अक्टूबर 2015में रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाया था। यह उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सात साल बाद आया हुआ पहला दोहरा शतक था। इससे पहले 2017में अय्यर ने इंडिया ए के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 202रन की पारी खेली थी।
तीन साल बाद शतक की वापसी
श्रेयस अय्यर के लिए यह शतक बेहद खास था, क्योंकि पिछले तीन सालों में वह चोट और सर्जरी से जूझ रहे थे। इस दौरान उनका प्रदर्शन भी प्रभावित हुआ था, और वह 38पारियों में कोई शतक नहीं बना पाए थे। उनका आखिरी फर्स्ट क्लास शतक नवंबर 2021में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू के दौरान आया था। कंधे की चोट के कारण अय्यर ने त्रिपुरा के खिलाफ पिछला रणजी मैच मिस किया था। लेकिन 6नवंबर को ओडिशा के खिलाफ शानदार वापसी करते हुए अय्यर ने खेल के पहले दिन सिर्फ 101गेंदों में शतक जड़ा। दिन का खेल खत्म होने तक वह 152रन बनाकर नाबाद लौटे थे।
दूसरे दिन भी चली आक्रामक बल्लेबाजी
दूसरे दिन अय्यर ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी जारी रखते हुए 233रन बनाए। उनकी इस पारी में उन्होंने ताकतवर स्ट्रोक्स से पूरे मैदान को झकझोर दिया। अय्यर के अलावा, सिद्धेश लाड ने भी बेहतरीन पारी खेली और 165रन बनाकर नाबाद हैं। दोनों की शानदार पारियों की मदद से मुंबई की टीम ने दूसरे दिन पहले सेशन के अंत तक 4विकेट खोकर 556रन बना लिए थे।
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