मुंबई: दुनिया भर के बाजारों में जबरदस्त गिरावट के बाद सोमवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद निराशाजनक रहा और इस दिन शेयर बाजार ने इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी डुबकी लगा दी. दरअसल सोमवार को बाजार खुलते ही 1000 अंक नीचे आने के बाद थोड़ी देर में यह 1800 अंक तक नीचे आ गया लेकिन बाजार बंद होने तक यह 2713 अंक तक नीचे गिर गया.
बाजार की इतनी पतली हालत के लिए अब भी कोराना वायरस जिम्मेवार बना हुआ है और उसी की वजह से घाटे के बावजूद निवेशक अपने शेयर बेच रहे हैं जिससे बाजार लगातार ध्वस्त हो रहा है. दूसरा कारण यूएस फेडरल के ब्याज दरों में कटौती का रहा जिससे भी सेंसेक्स में तेज गिरावट आई और कारोबार के अंत में सेंसेक्स 2713.41अंक गिरकर 31,390.07पर बंद हुआ. अगर फीसदी में आंकें तो यह सेंसेक्स 7.96 फ़ीसदी गिरा है. इसी तरह निफ्टी 756.10अंक गिरकर 9,199.10 पॉइंट पर बंद हुआ. न केवल एशिया बल्कि यूरोप और अमेरिकी बाजारों में भी कोरोना वायरस की वजह से घबराहट देखने को मिल रही है.
बीएसई 30 में सिर्फ बजाज ऑटो को बढ़त
बीएसई 30 की सभी कंपनियों एचडीएफसी, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई, आईटीसी, एक्सिस बैंक के शेयरों में भी गिरावट रही जबकि सिर्फ बजाज ऑटो के शेयर में बढ़ोतरी दर्ज की गई. शेयर बाजार में इतनी भारी गिरावट का असर फाइनेंस सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा पड़ा और आईसीआईसीआई, एचडीएफसी, इंड्सइंड, एक्सिस, एसबीआई समेत सभी प्रमुख बैंकों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली.
दरअसल कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने से निवेशकों में घबराहट देखने को मिल रही है इसके साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों के बाजार से पैसा निकालने के कारण भी बाजार में लगातार बना हुआ है. मार्च माह में अब तक निवेशक 35000करोड़ रुपये निकाल चुके हैं.
बता दें कि बाजार में पिछले एक सप्ताह से सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखी जा रही है लेकिन सोमवार को बाजार इतन बुरी तरह धराशायी होगा यह किसी ने नहीं सोचा था. बाजार खुलने के साथ ही सेंसेक्स में 1000 अंकों की गिरावट दर्ज की गई. बाद में यह 2713 अंक तक नीचे गिर गया. भारत में ज्यादातर कंपनियों के शेयर गिरे हैं जबकि कुछेक कंपनियां भी निवेशकों को मुनाफा दे पाई हैं. कोरोना वायरस की वजह से हमारे देश में यस बैंक की हालत खराब हुई तो वहीं वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम गिरने से भारत में भी इसके दामों में कमी आई.
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