नई दिल्ली: आज से शारदीय नवरात्रि 2021शुरु हो चुके हैं और आज नवरात्रि का पहला दिन है. नवरात्र के दूसरे दिन भगवती मां शैली पुत्री की पूजा-अर्चना का विधान है. मां दुर्गा की नव शक्तियों का पहला स्वरूप शैलीपुत्री का है. आज की दिन छात्रों के लिए बेहद खास होता है. आज के दिन छात्रों को मां शक्ति के शैलीपुत्री स्वरूप की पूजा जरूर करनी चाहिए.
पूरी विधि-विधान के साथ पूजा करने से उन्हें माता का आर्शीवाद मिलता है. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि छात्रों को मां शैलीपुत्री की पूजा किस तरह करनी चाहिए कि माता खुश होकर उस पर अपनी कृपा बरसाएंगी. इससे पहले माता के शैलीपुत्री स्वरूप की बात करें तो यहां शैलीपुत्री का तात्पर्य तपश्चारिणी है. इन्होंने भगवान शंकर को पति रूप में प्राप्त करने के लिए घोप तपस्या की थी. अतः ये तपश्चारिणी और शैलीपुत्री के नाम से विख्यात हैं.
इस दिन छात्रों को सुबह उठकर स्नान करके साफ पीले या सफेद वस्त्र धारण करना चाहिए. इसके बाद माता का पूरे मन से ध्यान करते हुए तप के साथ पूजा करें. इसके साथ ही आप इस मंत्र का उच्चारण भी जरूर करें…
इधाना कदपद्माभ्याममक्षमालाक कमण्डलु
देवी प्रसिदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्त्मा
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