2000 Rupee Notes: साल 2018 में भारतीय सरकार द्वारा डिमॉनेटाइजेशन किया गया। जिसका मुख्य कार्य काले धन को देश से बाहर निकाला था। डिमॉनेटाइजेशन के बाद ही नए 500 और 2000 के नोट भारत में आए। भाई अब खबर आ रही है कि आरबीआई द्वारा जल्द नए 2000 के नोट तैयार किए जा सकते हैं। इसके अलावा यह सवाल केंद्र सरकार से पूछा जा रहा है। दरअसल राज्यसभा में सरकार से जब यह सवाल किया गया तो वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि आरबीआई पहले ही 2016 में 2000 रुपए के नोट जारी कर चुकी है।
बता देंगे राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल ने सरकार से पूछा था कि क्या आरबीआई ₹2000 के नए डिजाइन वाले बैंक नोट महात्मा गांधी के नए सीरीज वाले नोट जारी कर रही है और अगर ऐसा है तो किस तारीख को यह नोट जारी किए जाएंगे? इस सवाल का जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक महात्मा गांधी सीरीज वाले 2000 के नए नोट डिजाइन कर चुके हैं वह भी 2016 में ही। आरबीआई के अन्नुल रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 से 20 के बाद 2000 रुपए की डिमॉनेटाइजेशन वाले बैंक नोट की सप्लाई के लिए मांग नहीं रखी गई है।
विमुद्रीकरण का विशेष्ताएं
कर में वृद्धि:सरकारी रिपोर्टों के अनुसार, विमुद्रीकरण के बाद दाखिल आईटीआर की संख्या में काफी वृद्धि हुई थी।
काले धन से निपटना:सरकार 37,000 से अधिक शेल कंपनियों की पहचान करने में सक्षम थी जो हवाला लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त थीं।
डिजिटल लेनदेन में वृद्धि:नोटबंदी के बाद से डिजिटल लेनदेन में 50-55% की वृद्धि हुई है।
मानव तस्करी में कमी:नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी और भारत में मानव तस्करी के खतरों से लड़ने वाले कई अन्य लोगों के अनुसार, मुद्रा-प्रतिबंध से मानव तस्करी और बाल तस्करी जैसी गतिविधियों में भारी गिरावट आई है।
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