RBI governor press conference Updates : लाॅकडाउन के बीच RBI ने दी एक और राहत, रेपो रेट घटाकर 4.40 की जगह 4 फीसदी किया, कम ब्याज पर मिल सकेगा लोन
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में एक बार फिर कटौती कर दी है. ताजा प्रेस काॅन्फ्रेंस में उन्होंने इसका ऐलान किया है. रेपो रेट अब घटकर 4.40 फीसदी की जगह 4 फीसदी रह गया है. बैंकों को अब आरबीआई से कम ब्याज पर लोन मिलेगा और बैंक यह फायदा ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं. इसके बाद अब महंगाई कम होने की उम्मीद है. इसके पहले मार्च में भी रेपो रेट में 75 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की गई थी. आरबीआई ने पहले ही रिवर्स रेपो रेट भी घटाकर 3.75 फीसदी कर दिया है. बता दें कि अब 27 मार्च को किए गए मोराटोरियम को अब 3 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. तीन महीने के लिए दिए गए हर तरह की राहत को अब और तीन महीने के लिए बढ़ा दिया गया है. यानी मोराटोरियम 1 जून से 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है, आपको और तीन महीने के लिए लोन की किस्त टालने का ऑप्शन मिल गया है.
पिछले दो महीनों में यह तीसरी बार RBI गवर्नर की प्रेस कॉन्फ्रेंस है. पहली बार 27 मार्च और दूसरी बार 17 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी. गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक ट्वीट के जरिये आज सुबह काॅन्फ्रेंस करने की इसकी जानकारी दी थी. गवर्नर ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से महंगाई बढ़ने की आशंका है. अनाजों की आपूर्ति एफसीआई से बढ़ानी चाहिए. देश में रबी की फसल अच्छी हुई है. जबकि बेहतर मॉनसून और कृषि से काफी उम्मीदें हैं. मांग और आपूर्ति का अनुपात गड़बड़ाने से देश की अर्थव्यवस्था थमी हुई है. सरकारी प्रयासों और रिजर्व बैंक की तरफ से उठाए गए कदमों का असर भी सितंबर के बाद दिखना शुरू होगा. रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है. रेपो रेट अब 4.4 से घटक अब 4.0 फीसद हुआ वहीं आरबीआई ने रिवर्स रेपो दर को घटाकर 3.35 फीसदी कर दिया है.
भारत इस मुश्किल वक्त से उबर जाएगा
बता दें कि मार्च में RBI ने कर्ज लेने वाले लोगों, कर्जदाताओं और अन्य इकाइयों जैसे म्युचुअल फंडों के लिए कई सकारात्मक कदमों की घोषणाएं की थीं. इसके साथ ही वादा भी किया था कि आने वाली परिस्थितियों के लिए केंद्रीय बैंक और जरूरी कदम उठाएगा. इस साल फरवरी की मौद्रिक नीति की बैठक के बाद से आरबीआई ने जीडीपी के 3.2 फीसद के बराबर फंड अर्थव्यवस्था में डाला है ताकि लिक्विडिटी से जुड़ी परिस्थितियों को आसान बनाया जा सके. आरबीआई ने कहा कि 6 बड़े प्रदेशों में औद्योगिक उत्पादन गिरा है. कोरोना की वजह से आर्थिक नुकसान हुआ है. मार्च में सीमेंट का उत्पादन गिरा है. दास ने कहा कि हमें यह भरोसा रखना होगा कि भारत इस मुश्किल वक्त से उबर जाएगा. कोरोना की वजह से आर्थिक नुकसान हुआ है. वहीं भारत में बिजली की खपत व पेट्रोलियम उत्पाद की खपत में गिरावट हुई है.
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