नई दिल्ली : पूरे देशभर में कोरोना वायरस फैला हुआ हैं जिस वजह से कोरोना वायरस के संकट काल में लोगों की नौकरी पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा हैं. कोरोना काल में जो प्रवासी मजदूरों को शहर से वापस अपने गांव जाना पड़ा लेकिन रोजगार का संकट बरकरार है. इसी को देखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर इसी मुद्दे को उठाया, साथ ही केंद्र सरकार से न्याय योजना को लागू करने को कहा.
बता दें कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि शहर में बेरोज़गारी की मार बढ़ती जा रही हैं. जिसके चलते गरीब व प्रवासी मजदूरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा. जिसके चलते बेरोज़गारी की मार से पीड़ितों के लिए MGNREGA जैसी योजना और देशभर के ग़रीब वर्ग के लिए NYAY लागू करना आवश्यक हैं. और यह आगें अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत ही अच्छा व फ़ायदेमंद होगा. इसी पर क्या क्या सूट-बूट-लूट की सरकार ग़रीबों का दर्द समझ पाएगी
आगें ही राहुल ने इसी ट्वीट के साथ ही एक चार्ट भी साझा किया, जिसमें दर्शाया गया हैं कि कैसे पिछले कुछ वक्त में मनरेगा की मांग बढ़ी है. दरअसल, जो प्रवासी मजदूर शहर छोड़कर अपने गांव लौट रहे हैं उन्हें विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत मनरेगा का काम ही दिया जा रहा है. इसके लिए अलग-अलग राज्यों द्वारा स्किल मैपिंग की गई है.
बता दें कि कांग्रेस नेता इससे पहले भी मोदी सरकार पर निशाना साधते आए हैं. और आगे ही और मनरेगा के सही इस्तेमाल की मांग करते आए हैं. बता दें कि कांग्रेस ने मांग की है कि गरीब परिवारों को सरकार की ओर से आर्थिक मदद मिले, कई सुविधा मिले जिससे वह आर्थिक परेशानियों से दूर हो सके. मजदूरों को करीब 6 महीने तक हर महीने 7500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाए.शहर में बेरोज़गारी की मार से पीड़ितों के लिए MGNREGA जैसी योजना और देशभर के ग़रीब वर्ग के लिए NYAY लागू करना आवश्यक हैं। ये अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत फ़ायदेमंद होगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 11, 2020
क्या सूट-बूट-लूट की सरकार ग़रीबों का दर्द समझ पाएगी? pic.twitter.com/jR6mqI96S7
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