Farmer Leader Jagjit Singh Dallewal: पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर 56दिनों से आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए पंजाब सरकार ने SC के निर्देश पर एक विशेष मेडिकल टीम का गठन किया था। जिसके बाद डल्लेवाल को मंगलवार की रात कई बार ग्लूकोज की ड्रिप चढ़ाई गई। जिससे उनका हाथ सूज गया।
इसके बाद डल्लेवाल ने अपना इलाज कराने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह ऐसा तभी करेंगे जब प्रशासन के अधिकारी किसानों से मिलने खनौरी बॉर्डर पर आएंगे।
सरकारी डॉक्टर्स ने इलाज करने से किया मना
इसी बीच, सरकारी डॉक्टरों ने किसानों पर अपने साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाकर जगजीत सिंह डल्लेवाल की देखरेख करने से इनकार कर दिया है। इसको लेकर डॉक्टरों ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट को एक चिट्ठी भी लिखी है। चिट्ठी में डॉक्टरों ने कहा है कि हम वरिष्ठ और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स को किसानों और मीडिया कर्मियों से लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
डॉक्टरों का कहना है कि डल्लेवाल और उनके समर्थकों द्वारा कई बार मौखिक दुर्व्यवहार किया गया है। चिट्ठी में चिकित्सकों ने कहा है कि हम अब खनौरी बॉर्डर पर ड्यूटी जारी नहीं रखेंगे. चिट्ठी पर डॉक्टरों ने हस्ताक्षर भी किए हैं।
गलतफहमी का शिकार हुए
डॉक्टरों के ड्यूटी से इनकार करने संबंधी चिट्ठी मामले पर राजिन्द्रा अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट गिरीश साहनी ने कहा कि गलतफहमी पैदा हो गई थी। अब इसे सुलझा लिया गया है। यह एकमात्र टीम थी, जिसे वहां तैनात किया गया था और वे अपनी ड्यूटी का पालन करना जारी रखेंगे।
बता दें, संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में किसान एमएसपी गारंटी कानून समेत कई अन्य मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा की खनौरी और शंभू सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं। खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल आमरण अनशन पर हैं। आज 22 फरवरी को उनके अनशन का 57वां दिन है। उनकी सेहत की देखरेख के लिए सरकारी चिकित्सकों की टीम तैनात की गई है। चिकित्सकों ने मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को पत्र लिखकर डल्लेवाल के लिए ड्यूटी देने से इनकार किया है।
Leave a comment