PM Modi in Singapore: दक्षिण पूर्वी एशियाके छोटे से देश ब्रुनेई के बाद आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सिंगापुर की यात्रा पर जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ब्रुनेई की यात्रा करने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए है। वहीं, सिंगापुर दौरे के पीएम मोदी का मुख्य फोकस भारत और सिंगापुर के बीच रक्षा और ऊर्जा संबंधों को मजबूत करना होगा। यह यात्रा भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति के तहत हो रही है, जो पूर्वी देशों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने के लिए है।
रक्षा सहयोग
पीएम मोदी की यात्रा के दौरान, रक्षा सहयोग एक प्रमुख विषय होगा। भारत और सिंगापुर पहले से ही नियमित रक्षा आदान-प्रदान, संयुक्त अभ्यास, और एक-दूसरे की रक्षा प्रदर्शनियों में भागीदारी जैसे कदम उठा रहे हैं। इस बार, संभवतः नई सहमतियां या समझौते हो सकते हैं जो दोनों देशों की सैन्य क्षमताओं को और मजबूत करेंगे।
ऊर्जा संबंध
ऊर्जा क्षेत्र में, भारत और सिंगापुर के बीच सहयोग की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। सिंगापुर एक महत्वपूर्ण वित्तीय और ऊर्जा केंद्र है, और इस यात्रा के दौरान हाइड्रोकार्बन आयात, सेमीकंडक्टर तकनीक, और संभवतः नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर चर्चा हो सकती है।
समुद्री सुरक्षा
समुद्री सुरक्षा भी एक महत्वपूर्ण विषय होगा, खासकर जब से मलक्का जलडमरूमध्य की बात आती है, जो वैश्विक व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है। सिंगापुर की स्थिति इसे एक आदर्श साझेदार बनाती है जो भारत के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग को बढ़ा सकता है।
अन्य क्षेत्र:
इस यात्रा के दौरान, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, शिक्षा, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं।
पीएम मोदी की इस यात्रा से भारत को रणनीतिक, आर्थिक, और तकनीकी सहयोग में नई संभावनाएं मिलने की उम्मीद है। यह भारत के पूर्वी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
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