परीक्षा पे चर्चा - 'यंग इंडिया' को पीएम मोदी का गुरु मंत्र

परीक्षा पे चर्चा - 'यंग इंडिया' को पीएम मोदी का गुरु मंत्र

परीक्षा पे चर्चा 2.0 के दूसरे संस्करण में प्रधानमंत्री मोदी ने अभिभावकों और स्टूडेंट्स से तनाव-रहित परीक्षा एवं संबंधित पहलुओं पर चर्चा की.
 
पीएम ने परीक्षा पर चर्चा 2.0  के दौरान कहा दबाव से परिस्थिति बिगड़ जाती है, बच्चे पर परीक्षा का दबाव न बनाएं. माता-पिता को भी ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे पर अनावश्यक दबाव न बनाया जाए. माता-पिता को बच्चों पर अपने सपने नहीं थोपने चाहिए. 
 
बता दें कि इस परिचर्चा में देशभर से और 20 से अधिक देशों के विद्यार्थियों ने भाग लिया. साथ ही पीएम मोदी ने स्टूडेंट्स को सफलता के मंत्र भी दिए. पीएम ने स्टूडेंट्स को तनाव न लेने की सलाह दी. मोदी ने कहा कि अगर हम ये सोचें कि यह ज़िंदगी की परीक्षा नहीं है तो हमारा भार कम हो जाएगा. परीक्षा के बाहर भी ज़िंदगी है. अगर हम परीक्षा को एक अवसर मानें तो इसमें मजा आएगा. मेरा तो सिद्धांत है कि कसौटी कसती है, कसौटी कोसने के लिए नहीं होती है. साथ ही उन्होंने कहा कि जब बच्चा चलना सीखता है और चलते हुए गिरता है तो मां ताली बजाती है. मां ताली इसलिए नहीं बजाती कि उसके गिरने से उसे खुशी हुई. बल्कि इसलिए बजाती है कि बच्चा सीखे कि गिरना भी बुरा नहीं है. वह गिरता है, सीखता है और फिर मां उसकी पसंद की कोई चीज लेकर दूर खड़ी हो जाती है. बच्चा उस चीज की उम्मीद में चलकर जाता है. बस ऐसी ही होती हैं उम्मीदें. 
 
इस दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स को कुछ टिप्स भी  दिए. उन्होंने कहा आप अपनी तुलना अपने पुराने रिकॉर्ड से कीजिए, आप कंपटीशन अपने रिकॉर्ड से कीजिए, आप अपने रिकॉर्ड ब्रेक कीजिए, अगर आप खुद के रिकॉर्ड ब्रेक करेंगे तो आपको कभी भी निराशा में डूबने का मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा लक्ष्य ऐसा होना चाहिए जो पहुंच में हो, लेकिन पकड़ में न हो, एक बार पहुंच वाला लक्ष्य पकड़ में आ जाएगा, तो हमें दूसरे लक्ष्य के लिए प्रेरणा मिलेगी. 
 
पीएम मोदी ने Pubg और Fortnite जैसे ऑनलाइन गेम्स पर कहा कि बच्चों को टेक्नोलोजी की सही दिशा में ले जाना चाहिये. तकनीक का उपयोग विस्तार के लिए होनी चाहिए. तकनीक को प्रोत्साहित करना चाहिए. ऑनलाइन गेम्स समस्या भी है, समाधान भी है.
 
 
 
 
 

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