Coronil Medicine Test: पतंजलि की रिपोर्ट में दावा- कोरोना के हल्के लक्षण वाले 120 मरीजों पर हुआ था कोरोनिल का ट्रायल

Coronil Medicine Test: पतंजलि की रिपोर्ट में दावा- कोरोना के हल्के लक्षण वाले 120 मरीजों पर हुआ था कोरोनिल का ट्रायल

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में कोरोना वायरस महामारी के रूप में फैल चुकी है. कोरोना वायरस की अभी तक कोई लैक्सीन नहीं बनी है. मंगलवार को हरिद्वार में पतंजलि ने कोरोना की दवाई कोरोनिल को लॉन्च किया था. जिस पर आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी है. आयुष मंत्रालय ने कोरोनिल के विज्ञापन और बिक्री पर रोक लगा है. मंत्रालय ने पतंजलि से दवाई के बारे में पूरी जानकारी मांगी है. जिसके बाद पतंजलि ने मंत्रालय को दवाई के बारे में पूरी जानकारी दे दी है. बताया जा रहा है कि इस दवाई का प्रयोग कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों पर किया गया है.

केन्द्रीय आयुष मंत्रालय में पतंजलि की ओर से जो रिसर्च पेपर दाखिल किया गया है, उसके अनुसार कोरोनिल का क्लीनिकल टेस्ट 120 ऐसे मरीजों पर किया गया है.जिनमें कोरोना वायरस के लक्षण काफी कम थे. इन मरीजों की उम्र 15 से 80 साल के बीच थी. पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से मंत्रालय को बताया गया कि ये क्लीनिकल ट्रायल जयपुर के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में किया गया था. दावा किया गया कि उन्होंने हर नियम का पालन किया है, साथ ही आयुर्वेदिक साइंस सेंट्रल काउंसिल के डीजी को लूप में रखा था.

कोरोनिल दवाई को लेकर पंतजलि ने दावा किया कि इस दवाई का पहला क्लीनिकल ट्रायल एक मरीज पर 29 मई को किया गया. इसमें 69 फीसदी रिकवरी शुरुआती तीन दिन और 100 फीसदी रिकवरी सात दिनों में किए जाने का दावा है. जल्द ही इसके पूरे रिजल्ट को जारी किया जाएगा. फिलहाल, कोरोनिल के प्रचार प्रसार पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है.  मंत्रालय का कहना है कि हमें दवाई से कोई समस्या नहीं है, पतंजलि ने किसी भी प्रकार की इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी.

 

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