गिनती ना सुनाने पर 5 साल के बच्चे की पीट-पीटकर हत्या।

गिनती ना सुनाने पर 5 साल के बच्चे की पीट-पीटकर हत्या।

1,2,3  से आगे गिनती ना सुनाने पर एक शख्स ने 5 साल के बच्चे को पीट-पीटकर मार डाला। साउथ-वेस्ट दिल्ली के कापसहेड़ा के इस मामले में पुलिस ने आरोपी नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है।

 मृतक युवान उर्फ यूवी के पिता का कहना है कि बच्चे को पहले भी पीटा जाता था। पिता का कहना है कि बेटे ने यह बात उन्हें बताई थी, अगर उसी वक्त बेटे की बात पर ध्यान दिया होता तो शायद वह बच जाता।

पांच साल के मासूम बच्चे को गिनती नहीं सुनाने पर यूवी को आरोपी नरेंद्र ने दीवार पर भी कई बार पटका था। वह अक्सर यूवी की पिटाई करता रहता था। इस बात को एक बार मासूम ने अपने पिता सूर्यप्रताप सिंह से कहा भी था। अब यही बात याद कर यूवी का पिता बिलख-बिलखकर रो रहा है। यूवी की पिटाई के मामले को भी आरोपी ने छिपाने की कोशिश की थी लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से इसका खुलासा हो गया।

युवान सिंह उर्फ यूवी के पिता सूर्यप्रतापसिंह ने कापसहेड़ा पुलिस को बताया कि 2012 में उसकी शादी हुई थी। 16 अगस्त 2013 को यूवी का जन्म हुआ था। शादी के बाद से ही उनकी पत्नी उनसे और उसके परिवार से खुश नहीं रहती थी। अप्रैल, 2018 में वह यूवी को लेकर उसे छोड़कर चली गई और कापसहेड़ा इलाके में ही रहने लगी। बाद में उसे पता लगा कि उसके साथ नरेंद्र नाम का लड़का भी रह रहा था। उसने अपनी पत्नी को कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन वह घर नहीं लौटी। वह उसके बेटे यूवी को मिलवाने के लिए कभी-कभी द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन ले आती थी। अंतिम बार जब यूवी उससे मिला था तब उसने कहा था कि अब तो मेरे दो पापा हैं, मेरे दूसरे पापा नरेंद्र हैं, परंतु वह मुझे प्यार नहीं करते। मुझे बात-बात पर मारते-पीटते और डांटते हैं। अगर बेटे का दर्द मैं उस दिन समझ लेता तो यूवी मेरे साथ होता।

पुलिस का कहना है कि सूर्यप्रताप ने पुलिस को बताया कि 10 जनवरी की शाम 6:30 बजे उससे अलग रह रही उसकी पत्नी ने उसे फोन करके बताया कि यूवी की तबियत बहुत खराब है। गुड़गांव के एक अस्पताल में उसे ले जाया गया था, लेकिन वहां रेफर कर दूसरे अस्पताल में दाखिल कराया है। वहां भी उसकी हालत बहुत नाजुक है। सूर्य अपने भाई के साथ अस्पताल पहुंचे तो पाया कि बाबू यूवी को वेंटिलेटर के लिए ले जाया जा रहा था।

आरोपी नरेंद्र की मौजूदगी में उसकी पत्नी ने उससे कहा कि यूवी ने लड्डू खाए थे लेकिन पता नहीं क्या हुआ इन्हें खाने के बाद वह अचानक चक्कर खाकर बाथरूम में गिर गया और उसे चोट लगी। सूर्य ने पुलिस को बताया कि उस वक्त उसने अपनी पत्नी की बातों पर भरोसा करते हुए मान लिया कि गिरने की वजह से बच्चे को तेज चोट लग गई हो। 12 जनवरी को यूवी की मौत होने के बाद मामला पुलिस के संज्ञान में आ गया। उसे भी कुछ शक होने लगा। बच्चे के शव का डीडीयू अस्पताल में पोस्टमॉर्टम किया गया। इसकी रिपोर्ट 14 जनवरी यानी सोमवार को आई। रिपोर्ट में डॉक्टरों ने साफ तौर पर यूवी की मौत का कारण मारपीट बताया। इसके बाद पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए नरेंद्र और यूवी की मां को पकड़ा। पूछताछ में नरेंद्र ने सच उगल दिया। उसने बताया गिनती ना सुनाने पर उसे इतना तेज गुस्सा आया कि उसने उसकी पिटाई करने के साथ ही उसे दीवार पर पटक दिया था।

मामले में पुलिस का कहना है कि अभी नरेंद्र को तो गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन यूवी की मां को फिलहाल क्लीन चिट नहीं दी गई है। क्योंकि उसने सूर्य से झूठ बोला था। मुमकिन है कि कहीं ना कहीं यूवी की मां का भी रोल इसमें हो। कहीं नरेंद्र सारा आरोप अपने उपर लेकर यूवी की मां को बचाने की कोशिश तो नहीं कर रहा।

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