Mission Venus: चंद्रयान-मंगयान के बाद वीनस की उड़ान पर इसरो, मोदी कैबिनेट ने प्रस्ताव को दी हरी झंडी

Mission Venus: चंद्रयान-मंगयान के बाद वीनस की उड़ान पर इसरो, मोदी कैबिनेट ने प्रस्ताव को दी हरी झंडी

Modi Cabinet Approv Venus Mission: बुधवार का दिन मोदी कैबिनेट के लिए फैसले का दिन रहा। वन नेशन, वन इलेक्शन के बाद मोदी कैबिनेट ने मिशन वीनस को भी हरी झंडी दे दी है। कैबिनेट के द्वारा इसकी घोषणा की गई। मिशन चंद्रयान और मंगलयान के बार इसरो मिशन वीनस को अंजाम देने की कोशिश में जुटा है।

मिशन वीनस के जरीए इसको शुक्र ( वीनस ) को स्टडी करेगा। बता दें कि शुक्र ग्रह धरती से नजदीक है। लिहाजा इसकी स्टडी से नई जानकारिया मिलेगी। मिशन वीनस के लिए खास स्पेसक्राफ्ट तैयार किया जाएगा। जो सिर्फ शुक्र ग्रह की स्टडी के लिए उसके चारों तरफ चक्कर लगाएगा।  ताकि शुक्र ग्रह की सतह, उप-सतह, वायुमंडल  सूरज का प्रभाव आदि समझ सके।

इसरो जुटा मिशन वीनस में                        

इस स्पेसक्राफ्ट को डेवलप करने और उसे लॉन्च करने की जिम्मेदारी इसरो की होगी। माना जा रहा है कि यह मिशन मार्च 2028में लॉन्च किया जाएगा। क्योंकि उस समय शुक्र ग्रह धरती के नजदीक होगा।  साथ ही इसके लिए मोदी सरकार ने 1236करोड़ रुपए का फंड ऑफऱ कर दिया है। जिसमें से 824करोड़ रुपए सिर्फ शुक्रयान स्पेसक्राफ्ट पर खर्च होगा।   

इसरो प्रमुख ने दिए थे संकेत                                  

इसरो प्रमुख डॉ एस सोमनाथ ने मिशन वीनस को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि शुक्र पर मिशन भेजना होगा। ताकी शुक्र के वायुमंडल और उसके एसिडिक व्यवहार को समझा जा सके। ताकि वहां के वायुमंडलीय दबाव की स्टडी की जा सके। कहा जाता है कि शुक्र ग्रह का वायुमंडलीय दबाव पृथ्वी से 100 गुना ज्यादा है। सोमनाथ इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी में लेक्चर देने के दौरान ये बात कही।  

 

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