तिब्बत के पहाड़ों में छिपा है एक अनोखे पर्वत का रहस्य, जानें वैज्ञानिकों की रिपोर्ट

तिब्बत के पहाड़ों में छिपा है एक अनोखे पर्वत का रहस्य, जानें वैज्ञानिकों की रिपोर्ट

नई दिल्ली: पौराणिक हिन्दू कथाओं में भगवान शंकर को एक योगी और तपस्वी के रूप में बताया गया है। उनका निवास हिमालय पर कैलाश मानसरोवर को बताया गया है। हिंदू धर्म में इस स्थान को सबसे पवित्र माना जाता है और यह हिन्दुओं के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों में से एक है।

बता दें कि कैलाश पर्वत एक विशालकाय पिरामिड है, जो 100 छोटे पिरामिडों का केंद्र है। कैलाश पर्वत की संरचना कम्पास के 4 बिंदुओं के समान है और एकांत स्थान पर स्थित है, जहां कोई भी बड़ा पर्वत नहीं है। ऐसा कहा जाता है कि कैलाश पर्वत पर चढ़ना मना है, लेकिन 11वीं सदी में एक तिब्बती बौद्ध मिलारेपा ने इस पर चढ़ाई की थी। रूस के वैज्ञानिकों की रिपोर्ट 'यूएनस्पेशियल' मैग्जीन के 2004 के जनवरी अंक में प्रकाशित हुई थी। हालांकि मिलारेपा ने इस बारे में कभी कुछ नहीं कहा इसलिए यह भी एक रहस्य है। इसके अलावा हिमालयवासियों का कहना है कि हिमालय पर यति मानव रहता है। कोई इसे भूरा भालू कहता है, कोई जंगली मानव तो कोई हिम मानव।यह धारणा प्रचलित है कि यह लोगों को मारकर खा जाता है।कुछ वैज्ञानिक इसे निंडरथल मानव मानते हैं।विश्वभर में करीब 30 से ज्यादा वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि हिमालय के बर्फीले इलाकों में हिम मानव मौजूद हैं।

वहीं ऐसा कहा जाता है कि कैलाश पर्वत या मानसरोवर झील के पास जाने वाले लोगों को निरंतर यहां एक ध्वनि सुनाई देती है जैसे की आस-पास कोई हवाई जहाज उड़ रहा हो। लेकिन ध्यान से सुनने में यह आवाज डमरू या ॐ की तरह सुनाई देती है। वैज्ञानिक कहते हैं कि हो सकता है कि यह आवाज बर्फ के पिघलने की हो।

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