FORMER PM MANMOHAN SINGH: किसी को नहीं थी उम्मीद कैसे सबको पछाड़ पीएम बने मनमोहन सिंह, जानें

FORMER PM MANMOHAN SINGH: किसी को नहीं थी उम्मीद कैसे सबको पछाड़ पीएम बने मनमोहन सिंह, जानें

नई दिल्ली: हिन्दुस्तान के पूर्व पीएम और अर्थशास्त्री डॉ मनमोहन सिंह 26 सितंबर को अपना 89वां जन्मदिवस मना रहे है. पूर्व पीएम ने भारत की अर्थव्यवस्था से लेकर देश का विकास करने में महत्वपूर्व भूमिका निभाई है. वहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह जन्मदिवस की शुभकामाएं दी.

राहुल गांधी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा कि भारत प्रधानमंत्री में डॉक्टर मनमोहन सिंह की तरह गहराई की अनुपस्थिति को महसूस कर रहा है. उनकी ईमानदारी, शालीनता और समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणास्रोत है.

आइए जानते है पूर्व पीएम के अर्थशास्त्री से पीएम बनने का सफर

पूर्व पीएम मनमोहन सिहं का जन्म ब्रिटिश भारत के पंजाब प्रान्त में 26 सितम्बर 1932 को हुआ था. उस समय भारत और पाकिस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था. देश के विभाजन के बाद मनमोहन सिंह का परिवार भारत चला आया था. जिसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से उन्होंने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई पूरी की है. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए वो कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय चले गए. वहां से उन्होंने पीएच.डी. की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वह डी.फिल की पढ़ाई के लिए आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय चले गए, वहां से डी.फिल की पढाई पूरी की.

पूर्व पीएम के 1985 में राजीव गांधी के शासन काल में भारतीय योजना आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था. इस पद पर उन्होंने पांच वर्षों तक कार्य किया. जबकि 1990 में प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार बनाए गए. इसके बाद जब पी वी नरसिंहराव प्रधानमंत्री बने. तो उन्होंने मनमोहन सिंह को 1991 में अपने मंत्रिमंडल में सम्मिलित करते हुए वित्त मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार सौंप दिया. मनमोहन सिंह 1998 से 2004 में तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे.

आपको बता दें कि 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. जिसके बाद पीएम पद के लेकर यूपीए में काफी विवाद हो रहा था. क्योंकि सोनिया गांधी को पीएम पद का उम्मीद्वार माना जा रहा था. लेकिन सोनिया गांधी का विदेशी मूल को होने पर विपक्ष लगातार हमला कर रहा था. जिसके बाद सोनिया गांधी ने पीएम बनने से इनकार कर दिया. जिसके बाद पीएम पद के लिए प्रणब मुखर्जी और अर्जुन सिंह का नाम सामने आने लगा है.

यह दोनों नेता सोनिया गांधी के करीबी थे. लेकिन दोनों में से एक नेता को पीएम पद के लिए चुनना बेहद कठिन था. क्योंकि इन दोनों नेताओं में किसी एक को चुनने का मतलब पार्टी के एक खेमे को नाराज करना. इसके बाद सोनिया गांधी ने डॉ मनमोहन सिहं पीएम पद के नियुक्त कर दिया.जिसके 2009 में यूपीए ने डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है. वहीं मनमोहन सिंह ने 2009 में पीएम नियुक्त किया गया.

 

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