Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा में बस कुछ ही दिन बचे हैं। उससे पहले राजनीतिक पारा हाई है। इसी बीच भाजपा खेमें में विरोध के स्वर उठ पड़े हैं। बता दें कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि "बंटेंगे तो कटेंगे" नारा पूरी तरह से अप्रासंगिक है। महाराष्ट्र की जनता इसे पसंद नहीं करेगी।
उन्होंने कही कि यह नारा प्रसांगिक नहीं है। नारे चुनाव के समय दिए जाते हैं। यह विशेष नारा अच्छा नहीं है। मुझे नहीं लगता लोग इसे पसंद करेंगे। उन्होंने कहा मैं निजी तौर पर इस बयान का समर्थन नहीं करता हूं। यह समाज के लिए अच्छा नहीं है। हमें देखना होगा कि किसी की भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए।
पंकजा मुंडे भी कर चुकी हैं विरोध
इससे पहले भाजपा की एमएलसी पंकजा मुंडे ने भी नारे को लेकर कहा था कि महराष्ट्र में "बंटेंगे तो कटेंगे" जैसे नारे की जरूरत नहीं है। हम इसलिए धर्म का समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि, हम भी उसी पार्टी से हैं। उन्होंने कहा थी विकास ही असली मुद्दा है। नेता का काम है कि इस धरती पर रहने वाले हर व्यक्ति को अपना समझे। हमें महाराष्ट्र में इस तरह के मुद्दे नहीं लाने चाहिए। पंकजा मुंडे ने कहा योगी आदित्यनाथ ने ये बयान उत्तर प्रदेश के लिए दिया था।
अजित पवार ने भी किया था विरोध
वहीं, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने "बंटेंगे तो कटेंगे" बयान का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि इस तरह की बातें यहां नहीं चलेगी। ये उत्तरप्रदेश में चलता होगा, महाराष्ट्र में इस तरह की बातें नहीं चलेंगी। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र साधु-संतों का, शिवप्रेमियों और अंबेडकर का है। उनकी सिखाई बातें हमारे खून में हैं। हम उसी रास्ते पर चलेंगे। मुस्लमानों की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचने देंगे।
Leave a comment