NAVRATRI 2021: नवरात्रि के पांचवें दिन इस मंत्र के साथ करें मां स्कंदमाता की पूजा, पूरी होगा मनोकामनाएं

NAVRATRI 2021: नवरात्रि के पांचवें दिन इस मंत्र के साथ करें मां स्कंदमाता की पूजा, पूरी होगा मनोकामनाएं

नई दिल्ली:  नवरात्रि 2021 की शुरुआत 7अक्टूबर से हो चुकी है. नवरात्रि में माता के नौ रूपों की उपासना की जाती है. आज शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन है और पांचवें दिन मां दुर्गा के पांचवें स्वरुप देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है. मां स्कंदमाता की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है. वहीं इस बार नवरात्री नौ दिनों की जगह 8 दिनों की हो गई है. वहीं 3 बजे के बाद छठें नवारत्रि का आगमन होगा.

मां को सच्चे मन से पूजने वाले को हमेशा मोक्ष मिलता है. मोक्ष का मतलब होता है हर मुसीबत से छुटकारा पाना. जो कोई भी उनकी पूजा करता है उसकी गोद हमेशा भरी रहती है . दुर्गा मां के पांचवे रूप देवी स्कंदमाता को लाल वस्त्र में सुहाग का सामान जैसे, लाल चूड़ी, महावर, लाल बिंदी, नेलपेंट, सेब और लाल फूल बांधकर चढ़ाने से संतान की प्राप्ति होती है.

 स्कंद का अर्थ है कुमार कार्तिकेय यानि माता पार्वती और भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय. स्कंदमाता कुमार कार्तिकेय यानि भगवान स्कंद कुमार की माता है. इसी लिए इन्हें स्कंद माता कहा जाता है. मां स्कंदमाता भगवान स्कंद को गोद में बैठाए हुए हैं, उनका इस रूप की पूजा करने से भगवान स्कंद भी प्रसन्न हो जाते हैं. चार भुजाओें वाली मां स्कंदमात दाहिनी तरफ की ऊपर वाली भुजा से भगवान स्कंद को पकड़े हुए हैं.

 मां स्कंदमाता पूजा विधि-मंत्र जाप

 स्कंदमाता को खुश करने के लिए पूजा में उन्हें कमल का फूल जरूर चढ़ाएं. मां को चम्पा का भी फूल चढ़ाया जाता है. इसके साथ ही ऊं देवी स्कन्दमातायै नम: का जाप करना चाहिए. आज के दिन माता को अलसी का भोग और केले का भोग जरूर लगाएं. इनकी पूजा कुश या कंबल के आसन पर बैठ कर पूजा करें.

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