Jammu Terrorist Attack: जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले कम होने का नाम नहीं ले रहे। हाल ही में जम्मू के कठुआ में आतंकियों ने भारतीय सेना के ट्रक पर हमला कर दिया था। फिलहाल सुरक्षाबल इन आतंकियों की तलाश में जुटी हुई है। इस हमले की जांच में जुटी एजेंसियों ने बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि आतंकियों ने इस हमले की जगह ढूढ़ने के लिए अल्पाइन क्वेस्ट ऐप का इस्तेमाल किया था।
जांच एजेंसी के अनुसार, पिछले डेढ़ साल में जम्मू में जितने भी आतंकी हमले हुए हैं उसमें ऐप का इस्तेमाल किया गया है। खुफिया एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सरपरस्ती में भारत की सीमा के अंदर घुसपैठ करने वाले इन आतंकियों को इस ऐप्लीकेशन के माध्यम से घने जंगलों के सारे नदी-नालों और पहाड़ी गुफाओं की बिल्कुल सटीक लोकेशन मिल जाती है।
प्रॉपर ट्रेनिंग दी जाती है
पड़ोसी देश पाकिस्तान में आतंकियों को इस ऐप्लीकेशन की प्रॉपर ट्रेनिंग दी जाती है। जो कठुआ में आतंकी हमले हुए उसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद ने ली है। वहीं इससे पहले जो आतंकी हमले हुए थे उसको लश्कर ने अंजाम दिया था। अब तक की जांच पड़ताल में ये बात सामने निकल कर आई है कि इन सभी हमलों में आतंकियों को इसी एल्पाइन क्वेस्ट एप्लिकेशन से ही मदद मिली थी।
दो ग्रुप हैं एक्टिव
सेना से जुड़े हुए सूत्रों के अनुसार, फिलहाल जम्मू में दो अलग-अलग ग्रुप एक्टिव हैं। पहला जो डेढ़ साल से जम्मू के जंगलों में छिपा हुआ है तो दूसरे ग्रुप ने 4 महीने पहले ही घुसपैठ की हुई है। इस एल्पाइन क्वेसेट ऐप की ही मदद से जम्मू के जंगलों में डिटेल्ड प्लॉनिंग ये आतंकी करते हैं। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, भारत में घुसपैठ कर चुके दोनों ग्रुपों ने कई छोटे-छोटे ग्रुप बनाए हैं। जिनको एल्पाइन क्वेस्ट द्वारा चिह्नित किए गए जम्मू के जंगलों के इलाके को प्लॉट में बांटा गया है। आतंकियों के ग्रुप का जो मुवमेंट है वो इसी प्लॉट के अनुसार होता है।
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