International Women's Day -2020: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रदान किए नारी शक्ति पुरस्कार, प्रधानमंत्री मोदी ने सुनी विजेता महिलाओं की दास्तान

International Women's Day -2020: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रदान किए नारी शक्ति पुरस्कार, प्रधानमंत्री मोदी ने सुनी विजेता महिलाओं की दास्तान

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर रविवार को नई दिल्ली में लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आधिकारिक आवास पर नारी शक्ति पुरस्कार हासिल करने वाली महिलाओं से संवाद किया. इसके साथ ही उस खबर से भी पर्दा हट गया जिसमें पीएम के सोशल मीडिया अकाउंट छोड़ने की बात कही गई थी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज को प्रेरणा देने वाली महिलाओं को अपना सोशल मीडिया अकाउंट सौंप दिया. नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित 15 में से 14 वुमन अचीवर्स से रविवार को मुलाकात के दौरान इन महिलाओं ने इस दौरान जीवन की कठिनाइयों के बीच समाज में दिए गए अपने योगदान की कहानी प्रधानमंत्री मोदी से साझा की। इसमें 103 साल की एथलीट मान कौर थीं तो 96 साल की उम्र में साक्षरता परीक्षा में टॉप करने वाली कार्तियायनी अम्मा भी शामिल रहीं.

इन महिलाओं ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद अलग-अलग क्षेत्रों में कामयाबी हासिल की है. वहीं पीएम मोदी ने नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं से भी चर्चा की. पीएम ने नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं से चर्चा भी की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश में हर छोटा परिवार कुछ न कुछ कर रहा है. आपके काम की एक विशेषता है. आपमें ज्यादातर वो लोग हैं जिन्होंने एक समूह खड़ा किया और बाकी लोगों को भी जोड़ा. ये आपकी सबसे बड़ी ताकत है.

नारी शक्ति का सम्मान

नारी शक्ति पुरस्कार विजेताओं से पीएम मोदी ने कहा कि आपका सम्मान नारी शक्ति का सम्मान है. आपका योगदान काफी बड़ा है. स्वच्छ भारत अभियान में सर्वाधिक योगदान माताओं-बहनों का है. जिसके कारण ये मिशन सफल हुआ है. मोदी ने सबको अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई दी और कहा हम अपनी नारी शक्ति की भावना और उपलब्धियों को सलाम करते हैं। जैसा कि मैंने कुछ दिन पहले कहा था कि मैं सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर रहा हूं। सात महिलाएं अपनी जीवन से जुड़ी कहानियां साझा करेंगी और मेरे सोशल मीडिया अकाउंट से आपके साथ बातचीत करेंगी।

14 महिलाओं ने प्रधानमंत्री को सुनाई संघर्ष की दास्तान

 

जहां चाह वहां राह… इच्छाशक्ति से सब कुछ हासिल किया जा सकता है।

मेरी वास्तविक पहचान पलंग के नीचे एक किलो मशरूम की खेती से शुरू हुई थी।

लेकिन इस खेती ने मुझे न केवल आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि मेरे आत्मविश्वास को बढ़ाकर एक नया जीवन दिया।

वीणा देवी, मुंगेर #SheInspiresUs pic.twitter.com/MkfyZ8mnZp

— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2020

प्रधानमंत्री को जिन महिलाओं ने अपने संघर्ष की दास्तान सुनाई उनमें 103 साल की एथलीट मान कौर, वायु सेना की पहली महिला फाइटर पायलट मोहना सिंह, भावना कांत और अवनि चतुर्वेदी, किसान पडाला भूदवी और बीणा देवी, शिल्पकार आरिफा जान, पर्यावरण विद चामी मूर्मू, उद्यमी निलजा वांगमू, ऑटोमोटिव रिसर्च प्रफेशनल रश्मी उर्धावरदेशे, राजमिस्त्री कलावती देवी, पर्वतारोही ताशी और नुंगशी मलिक, गायिका कौशिकी च्रकवर्ती और साक्षरता परीक्षा में 2018में टॉप करने वाली 98साल की कार्तियायिनी अम्मा शामिल रहीं. पीएम मोदी ने बेहद गौर से हर महिला की कहानी सुनी और उन्हें आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. 

 

 

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