भारत में नशा मुक्ति अभियान के चलते अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

भारत में नशा मुक्ति अभियान के चलते अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

भारत में पहली बार नशा मुक्ति अभियान के चलते अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन होने जा रहा है। ये सम्मेलन आज से 16 नवंबर तक चलेगा। इसका अयोजन (एम्स) और विश्व मनोचिकित्सक संघ मिलकर कर रहे हैं।

तीन दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में 40 देशों के करीब 600 प्रतिनिधि, डॉक्टर और विश्व प्रसिद्ध विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलौत इसका उद्धाटन करेंगे। दरअसल देश ही नहीं दुनिया भर में नशे की जडें तेजी से फैलती जा रही हैं। इनमें तम्बाकू, शराब और कैनबिस के पौधे से बने भांग, गांजा चरसइसके अलावा अफ़ीम के पौधे से बने ड्रग्स शामिल है।बता दें कि तम्बाकू और शराब का सेवन करने वाले लोगों की संख्या सबसे ज़्यादा है। अकेले भारत में ही 5 करोड़ से ज़्यादा ऐसे लोग हैं जो या तो शराब के आदि हैं या इसके कारण परेशानी से झूझ रहे हैं। इसके अलावा क़रीब एक करोड़ लोग ऐसे हैं जो अफ़ीम, गांजा या स्मैक के नशे के या तो आदि हैं या जिन्हें इसके कारण कोई परेशानी है।

 

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