भारत सरकार ने मांगी पाकिस्तान को भेजने वाली दवाओं की रिपोर्ट, अब कौन बढ़ाएगा मदद का हाथ?

भारत सरकार ने मांगी पाकिस्तान को भेजने वाली दवाओं की रिपोर्ट, अब कौन बढ़ाएगा मदद का हाथ?

India-Pakistan Trade: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 मासूम लोगों की जान चली गई हैं। इस हमले की सारी जिम्मेदारी पाकिस्तान आतंकी संगठन TRF (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने ली है। जिसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और ज्यादा बढ़ गया है। इस बीच, भारत एक बार फिर पाकिस्तान पर शिकंजा कसने को तैयार है। सिंधु नदी संधि पर रोक लगाने समेत भारत ने कई कई अहम फैसले भी लिए है। लेकिन अब भारत की नजर पाकिस्तान के दवा क्षेत्र पर हैं।

पाकिस्तान को भेजने वाली दवाओं की सूची

बता दें, भारत लंबे समय से पाकिस्तान को कई दवाओं की आपूर्ति करता रहा है। लेकिन हाल ही में, भारत सरकार ने फार्मास्युटिकल्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल से पाकिस्तान को भेजी जाने वाली सभी दवाओं की सूची मांगी है। भारत सरकार ने सूची तुरंत तैयार करने के निर्देश जारी किए है। भारत सरकार के इस फैसले से पचा चलेगा कि भारत की दवाओं पर पाकिस्तान की निर्भरता कितनी है? क्या इसे सीमित या हमेशा के लिए बंद किया जा सकता है? लेकिन भारत के इस कदम से पाकिस्तान को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि पाकिस्तान अपनी दवा आवश्यकताओं के लिए भारत पर निर्भर है।

वहीं, ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ पाकिस्तान (DRAP) की मानें तो भारत से आने वाली दवाएं पाकिस्तान की 50-60% मेहिकल क्षेत्र की जरूरतों को पूरा  करती हैं। जिसमें एंटी-कैंसर दवाएं जैसी कई दवाएं और वैक्सीन शामिल हैं। बता दें, पहलगाम हमले के बाद से भारत द्विपक्षीय व्यापार पर पूरी तरह से रोक लगाना चाहता है। पाकिस्तान का मानना है कि भारतीय आयात पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए भारत एक व्यापक तौर पर रणनीति तैयार कर रहा है।

नए सप्लायर्स की तलाश में पाकिस्तान

एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान समय में पाकिस्तान करीब 30% दवाइयों के कच्चे मालकी खरीदी भारत से करता है। जिसमें एंटी-रेबीज और एमएमआर (Measles, Mumps, Rubella यानी खसरा, कंठमाला और रूबेला) जैसी वैक्सीन शामिल हैं। इसके अलावा  कैंसर का इलाज के लिए भी दवाइयां भारत से ही खरीदी जाती है। लेकिन पहलगाम हमले के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान अपने देश में दवाइयों के कच्चे माल के लिए नए सप्लायर्स की तलाश कर रहा हैं।

एक रिपोर्ट की मानें तो पाकिस्तान अब चीन, दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, मलेशिया और यूरोपीय देशों के साथ दवाइयों के कच्चे माल के लिए नई साझेदारी करने की योजना बना रहा है।  

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