Indian Army Chief General On Pager Attack: लेबनान में हिज्बुल्लाह को लक्षित करके इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद द्वारा किए गए पेजर हमले ने पूरी दुनिया को चौंका दिया। इस भयावह हमले में 40 लोगों की मौत हुई और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए, जिससे सुरक्षा और रणनीति को लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसी संदर्भ में भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में महत्वपूर्ण विचार साझा किए।
पेजर हमलों की रणनीति पर सेना प्रमुख के विचार
जनरल द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि पेजर, जो हंगेरियन कंपनी द्वारा ताइवान के ब्रांड नाम के तहत बनाए गए थे, हिज्बुल्लाह को आपूर्ति किए गए थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजरायली खुफिया एजेंसी की योजना एक मास्ट्रस्ट्रोक थी, जिसमें वर्षों की तैयारी की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि, "युद्ध की शुरुआत उस दिन से होती है जब आप इसकी योजना बनाना शुरू करते हैं।"
इस संदर्भ में जनरल ने कहा कि भारत को ऐसे हमलों से बचने के लिए अपनी आपूर्ति श्रृंखला पर ध्यान देना होगा। उन्होंने तकनीकी और मैनुअल दोनों स्तरों पर जांच की आवश्यकता को उजागर किया, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हो सकें।
चीन के आर्टिफिशियल गांवों पर जनरल का बयान
जब जनरल द्विवेदी से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन द्वारा आर्टिफिशियल गांवों के निर्माण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि चीन अपनी सीमाओं में जो चाहे कर सकता है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि हमें चीन की गतिविधियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, खासकर दक्षिण चीन सागर में।
जनरल ने बताया कि भारत में पहले से ही मॉडल विलेज बनते आ रहे हैं और अब राज्य सरकारों को भी इन प्रयासों में संसाधन लगाने का अधिकार दिया गया है।उन्होंने उम्मीद जताई,"सेना, राज्य सरकारें और केंद्र सरकार मिलकर इन मॉडल विलेजों को और भी बेहतर बनाएंगे।"
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