‘रावण श्रीलंका में था, तो मारीच और सुबाहु भी उत्तर में थे…’ बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान पर मनोज तिवारी का पलटवार

‘रावण श्रीलंका में था, तो मारीच और सुबाहु भी उत्तर में थे…’ बिहार के शिक्षा मंत्री के बयान पर मनोज तिवारी का पलटवार

Manoj Tiwari's reply on Ramcharitmanas commentबिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के रामचरितमानस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर हंगामा बढ़ता जा रहा है। रामचरितमानस की तुलना पोटेशियम साइनाइड से करने पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि वह खुद अपनी पार्टी के लिए पोटेशियम साइनाइड बन गए हैं।

मनोज तिवारी ने कहा, 'ये जो भी सज्जन हैं, ये खुद ही अपनी पार्टी के पोटैशियम साइनाइड बन गए हैं, ये सिर्फ मंत्री की भावना नहीं बल्कि इंडिया अलायंस की प्लानिंग है। एक मंत्री दक्षिण से और एक यहां से बोलते हैं। रावण श्रीलंका में था तो मारीच और सुबाहु भी उत्तर में थे। ये लोग अपना काम कर रहे हैं। जैसे रावण सत्य, सनातन, राम को नुकसान पहुंचाने का काम करता था, वैसे ही सत्य, सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाने के लिए यह गठबंधन बनाया गया है।

BJPसांसद ने कहा, 'यह एक पूर्व नियोजित प्रवृत्ति है और जब स्टालिन ने कहा कि गठबंधन केवल सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए बनाया गया है, तो वहां मौजूद तमिल भाषा समझने वाले लोगों ने इसे फैलाया, तभी हमें भी समझ में आया। ' चन्द्रशेखर जी भले ही बिहार से हों लेकिन अपनी हरकतों से वह अपनी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं।

मनोज तिवारी ने सोनिया गांधी पर भी हमला बोला

मनोज तिवारी ने कहा, मुझे नहीं पता कि ये ज्ञान कहां से आया है लेकिन मुझे लगता है कि ये ज्ञान सोनिया जी से आया है। वह इस देश में तो आ गई लेकिन उसे यह बात हजम नहीं हो रही है। सोनिया गांधी और उनके बच्चे सनातन को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं।

आपको बता दें कि चंद्रशेखर यादव ने रामचरितमानस की तुलना पोटैशियम साइनाइड से की थी, उन्होंने यह बयान हिंदी दिवस पर एक कार्यक्रम के दौरान दिया था. इस पर नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने भी आपत्ति जताई है।

JDUने भी बयान पर आपत्ति जताई

शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर के बयान से अलग होते हुए JDUप्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, जो लोग रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड देखते हैं, उन्हें अपनी विचारधारा अपने तक ही सीमित रखनी चाहिए, इसे पार्टी या गठबंधन पर थोपने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि हम सभी धर्मों और उनके धार्मिक ग्रंथों का सम्मान करते हैं, कुछ लोग मीडिया में बने रहने के लिए ऐसे बयान देते हैं।

Leave a comment