DASH Diet कैसे हाई बीपी को कंट्रोल करने में करती है मदद, एक्सपर्ट से समझें इसके फायदे

DASH Diet कैसे हाई बीपी को कंट्रोल करने में करती है मदद, एक्सपर्ट से समझें इसके फायदे

DASH Diet: आजकल हाई बीपी (ब्लड प्रेशर) एक सामान्य समस्या बन गई है। यह सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं है, बल्कि कम उम्र के लोग भी इससे परेशान हो रहे हैं। गलत खानपान, तनाव और अनियमित दिनचर्या की वजह से यह समस्या बढ़ी है। यदि इस पर समय रहते ध्यान न दिया गया, तो दिल की बीमारियां, स्ट्रोक और किडनी से जुड़ी समस्याओं का खतरा हो सकता है। इस समस्या से बचने के लिए डॉक्टर अक्सर DASH डाइट अपनाने की सलाह देते हैं। यह डाइट न सिर्फ बीपी को कंट्रोल करने में मदद करती है, बल्कि पूरे शरीर की सेहत को भी बेहतर बनाती है।

DASH डाइट क्या है?

DASH डाइट का पूरा नाम है "Dietary Approaches to Stop Hypertension", जिसका मतलब है "हाई बीपी को रोकने के लिए खानपान के तरीके"। इस डाइट का उद्देश्य नमक (सोडियम) की मात्रा को कम करना और दिल के लिए फायदेमंद आहार लेना है। इसमें हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दालें और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद शामिल होते हैं। यह डाइट न केवल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करती है, बल्कि पूरे शरीर की सेहत को भी सुधारने में मदद करती है।

DASH डाइट में क्या खाएं?

दिल्ली के जीटीबी हॉस्पिटल की डायटीशियन डॉ. अनामिका सिंह के अनुसार, DASH डाइट में सोडियम और फैट की मात्रा कम होती है। इस डाइट में पौधों से प्राप्त खाद्य पदार्थ और पशु आधारित खाद्य पदार्थों का सेवन किया जाता है, जिससे शरीर को जरूरी पोषण मिलता है।

DASH डाइट अपनाने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें:

हरी सब्जियां और फल: रोजाना 4-5बार अलग-अलग प्रकार की सब्जियां और फल खाएं।

साबुत अनाज: ब्राउन राइस, ओट्स, दलिया और मल्टीग्रेन रोटी खाएं।

दालें और बीन्स: राजमा, चना, मूंग और मसूर जैसी दालें खाएं।

कम फैट वाली डेयरी: टोंड दूध, दही और पनीर खाएं, लेकिन मलाई वाले दूध और ज्यादा घी से बचें।

नट्स और बीज: बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और अलसी का सेवन करें।

नॉनवेज: मछली और चिकन खा सकते हैं, लेकिन तला-भुना न खाएं।

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