अब होगा कैंसर के मरीजों का इलाज, डॉक्टर्स ने कोरोना वायरस को बताया हथियार

अब होगा कैंसर के मरीजों का इलाज, डॉक्टर्स ने कोरोना वायरस को बताया हथियार

SARS-CoV-2: साल 2019 में कोरोना की एक लहर से कई जिंदगियां बर्बाद हो गई थी। इस वायरस ने पूरी दुनिया में तांडव मचाया था। वहीं, आज भी कोरोना से कुछ जुड़े मामले सामने आते रहते है। लेकिन इसी बीच, इस वायरस से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आई है।

बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस कैंसर का इलाज कर सकता है। दरअसल, कई कैंसर के मरीजों को कोविड होने के बाद उनके ट्यूमर का साइज घट गया है। शोधकर्ताओं की स्टडी की मानें तो आने वाले समय में कोरोना वायरस कैंसर का इलाज कर सकता है।

कोरोना वायरस और कैंसर का संबंध

बता दें, नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन कैनिंग थोरेसिक इंस्टिट्यूट ने कैंसर से जुड़ी ये रिसर्च की है। जिसे नवंबर के जर्नल ऑफ क्लीनिकल इन्वेस्टिगेशन में छापी जाएगी।। इस रिसर्च के अनुसार, जो लोग पहले से ही कैंसर से जूझ रहे थे और फिर उन्हें कोरोना हुआ। इस वजह से उनका ट्यूमर सिकुड़ गया या धीरे-धीरे बढ़ा।

वहीं, नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन के चीफ अंकित भारत का कहना है कि 'हमें नहीं पता था कि यह सही है या नहीं क्योंकि मरीज काफी बीमार थे। क्या ऐसा हुआ कि इम्यून सिस्टम इतना ट्रिगर हो गया था कि वह कैंसर सेल्स को भी मारने लगा?'

SARS-CoV-2 का कमाल

डॉक्टर भारत और उनकी टीम को इस मामले की पूरी तरह स्टडी करने पर पता चला कि SARS-CoV-2 जब बॉडी में होता है तो शरीर की मोनोसाइट सेल्स अलग तरह से व्यवहार करती हैं। देखा जाए तो सामान्य स्थिति में मोनोसाइट्स खून में घूम-घूम कर कोई खराब सेल या खतरा दिखने पर अलर्ट करती है। कुछ मोनोसाइट्स कैंसर से लड़ने वाली सेल्स को ट्यूमर तक लेकर जाती हैं।

लेकिन कैंसर सेल कभी-कभी मोनोसाइट्स को चकमा देती हैं। वे मोनोसाइट्स के पीछे ही A53 छिप जाती हैं। इसलिए इम्यून सिस्टम इन्हें खोजकर नहीं खत्म कर पाता है। वहीं, अगर SARS-CoV-2 वायरस 2024.11 होता है तो कैंसर सेल्स छिप नहीं पातीं और इम्यून सिस्टम कैंसर सेल्स को आसानी से ढ़ूढ़़ सकता है।

बन सकती है दवाई

डॉक्टर ने बताया कि इससे एक ऐसी दवाई बन सकती है जो अडवांस कैंसर में मदद कर सकेंगी। डॉक्टर भारत आगे बताते हैं कि कैंसर सेल्स इन इम्यून सेल्स के लिए प्रतिरोधकता नहीं बना पाईं। यह उन मरीजों के लिए मददगार होगा जो इम्यूनोथेरपी के लिए प्रतिरोध पैदा कर लेते हैं। इन केसेज में इम्यूनोथेरपी के बाद कैंसर वापस आ जाता है क्योंकि कैंसर सेल्स खुद को म्यूटेट कर लेती हैं। कोविड वायरस से नैचुरल किलर सेल्स निकलती हैं जो कैंसर सेल्स को मारने में सक्षम हैं।

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