Haryana: नई आबकारी नीति को लेकर कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना, ‘शराब सस्ती कर सरकार ने अपनी प्राथमिकता बता दी है’

Haryana: नई आबकारी नीति को लेकर कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना, ‘शराब सस्ती कर सरकार ने अपनी प्राथमिकता बता दी है’

चंड़ीगढ़: वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार की नई आबकारी नीति की घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी महंगाई की मार से जूझ रहे हैं। प्रदेशवासी पेट्रोल-डीजल पर टैक्स कम करने समेत अन्य चीजों को सस्ता करने की मांग कर रहे हैं, मगर सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। महंगाई कम करने की दिशा में कदम उठाने की बजाय शराब सस्ती कर सरकार ने अपनी प्राथमिकता बता दी है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वाइन पर आयात शुल्क को सात रुपये से घटाकर दो रुपये प्रति बोतल कर दिया गया है। अब राज्य में शराब बनाने का कारखाना स्थापित करना भी आसान होगा। इसके लिए पहले जो लाइसेंस फीस 15 लाख रुपये लगती थी, उसे घटाकर मात्र एक लाख रुपये कर दिया गया है। आयात की जाने वाली विदेशी शराब पर वैट 10 प्रतिशत से घटाकर तीन प्रतिशत और देशी शराब, वाइन, बीयर और आइएमएफएल पर 13 व 14 प्रतिशत से घटाकर 12 प्रतिशत किया गया है।सरकार के इस कदम से शराब माफियाओं को बढ़ावा मिलेगा।

कांग्रेस नेत्री कुमारी सैलजा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं , प्रदेश सरकार ने बिजली के दाम भी बढ़ा दिए  टोल की दरें भी बढ़ा दी गई हैं।शनिवार को ही रसोई गैस सिलेंडर के दामों में 50 रुपयों की बढ़ोतरी हो गई। आज हर चीज महंगी हो गई है। हर तरफ तेजी से बढ़ती मंहगाई से हाहाकार मचा हुआ है। मगर सरकार का महंगाई कम करने की तरफ कोई ध्यान नहीं है। सरकार का ध्यान शराब को बढ़ावा देने की तरफ है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण ही हरियाणा बेरोजगारी के मामले में देश में पहले स्थान पर है और प्रदेश का हर तीसरा ग्रेजुएट बेरोजगार घूम रहा है। प्रदेश में महंगाई भी सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। लगातार पेपर लीक व नौकरियां बेचने के मामले परिश्रमी व मेहनती युवाओं के सरकारी नौकरी के सपने पर पानी फेर रहे हैं।

कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा हमेशा से दोहरा चरित्र अपनाती आई है। एक तरफ प्रदेश सरकार नशे को खत्म करने के लिए अभियान चलाने का प्रचार करती है, दूसरी ओर खुद ही अपनी नीतियों से प्रदेशवासियों को शराब थमाना चाहती है। इससे साफ है कि सरकार युवाओं को नशे में चूर करना चाहती है, ताकि वे अपने हक के लिए आवाज न उठा सकें।

Leave a comment