Haryana: हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सोनीपत के 4 साहित्यकारों किया जाएगा सम्मनित

Haryana: हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सोनीपत के 4 साहित्यकारों किया  जाएगा सम्मनित

सोनीपत: हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा सोनीपत के 4साहित्यकारों को अलग-अलग पुरस्कार के लिए चयनित किया है.जहां सोनीपत के वरिष्ठ साहित्यकार डॉक्टर संतराम देश वाल को महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य साधना पुरस्कार के रुप में चयन हुआ है, वही सोनीपत की प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ कमलेश मलिक को महिला श्रेष्ठ रचनाकार के रूप में भी चयन हुआ है. साथ ही डॉ अशोक को आदित्य अल्हड़ हास्य सम्मान और डॉ ज्योति को सम्मान के लिए चुना है.

सोनीपत के 4 साहित्यकारों ने  राज्य स्तर पर सोनीपत का मान सम्मान बढ़ाया है। हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से साहित्यकार सम्मान योजना के तहत  साल 2017,2018 और 2019 के लिए विभिन्न सम्मान में साहित्यकारों का चयन कर घोषणा की है. सोनीपत जिले के 4 साहित्यकारों में डॉक्टर कमलेश मलिक ,डॉक्टर संतराम देशवाल ,डॉक्टर अशोक बत्रा व डॉ ज्योति को सम्मान के लिए चुना गया है.

प्रसिद्ध अदाकारा ना आना इस देश लाडो मेघना मलिक की माता प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ कमलेश मलिक के सोनीपत के टीकाराम गर्ल्स कॉलेज सोनीपत की रिटायर प्राचार्य है डॉ कमलेश मलिक ने अपने कार्यकाल में एमडीयू की सभी महत्वपूर्ण गतिविधियों में सक्रिय रही हैं. डॉ कमलेश मलिक का नाम हरियाणा की प्रतिष्ठित महिला साहित्यकारों में विशेष रूप से लिया जाता है. उनकी पुस्तक  शंकराचार्य एवं हरियाणा के संत साहित्य और चक्रव्यूह, सिर्फ अपने लिए, एक  मोर्चा और, जैसे  कहानी संग्रह व संवेदना के स्वर,शब्दों का सिलसिला जैसे कई कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं.

डॉ कमलेश मलिक अपने कॉलेज के दिनों से ही लेखन कार्य में सक्रिय रही है, और इससे पहले भी वह हरियाणा साहित्य है अकादमी से कई बार सम्मानित होती रही है और एक बार फिर उन्हें श्रेष्ठ महिला रचनाकार अवार्ड से नवाजा जाएगा. वहीं इस पुरस्कार की राशि करीबन ₹200000 साहित्य अकादमी द्वारा साहित्यकारों के रूप में अलग-अलग श्रेणी में दिए जाते हैं. डॉ कमलेश मलिक काले खन कार्यों के प्रति बेहद ज्यादा लगाओं रहा है और इन दिनों भी वे घर पर रहकर अपनी लिखने से मोह नहीं छोड़ पाई है और लगातार काफी लेखन कार्य कर रही है और उनके लेखन कार्य समाज की कुरीतियों पर कटाक्ष करते हुए कड़ा प्रहार करती हैं.

वहीं डॉक्टर संतराम देशवाल भी साहित्य के क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे हैं और डॉक्टर संतराम को  महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य साधना पुरस्कार के रूप में चुना गया है. डॉक्टर संतराम देशवाल सोनीपत के सेक्टर 15 में रहते हैं इससे पहले भी डॉक्टर संतराम देशवाल को अकादमी के द्वारा जन कवि मेहर सिंह पुरस्कार 2014 से भी सम्मानित किया जा चुका है उनकी लोग आलोक (ललित निबंध) और अनकहे दर्द (कविता) नामक दो पुस्तकों को भी साहित्य अकादमी के द्वारा सर्वश्रेष्ठ पुस्तक पुरस्कार के रूप में नवाजा जा चुका है.

सोनीपत के सीआरए कॉलेज में बतौर हिंदी के एसोसिएट प्रोफेसर से सेवानिवृत्त हुए डॉक्टर देशवाल को अलग-अलग विभिन्न संस्थाओं से सर्वोत्तम पत्रकारिता सम्मान, लोक शिरोमणि सम्मान,बालमुकुंद गुप्त साहित्य सम्मान, सर्वोत्तम शिक्षक सम्मान आदि कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. वहीं डॉक्टर संतराम देशवाल साल 1990 से लेकर 2009 तक देश के प्रतिष्ठित अखबारों में अलग-अलग कॉलम के तहत स्तंभकार के रूप में भी चर्चित रहे हैं.

डॉ अशोक हिंदू कॉलेज सोनीपत के पूर्व प्राचार्य एवं राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय महामंत्री रहे हैं. डॉक्टर अशोक हिंदी व्याकरण पर 5 पुस्तके लिखकर सर्वश्रेष्ठ लेखक का सम्मान प्राप्त कर चुके हैं हिंदी समीक्षा पर उनकी तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. काव्य मंचों पर 500 से अधिक के कवि सम्मेलनों में काव्य पाठ उन्होंने किया है। दिनकर काव्य पाठ ,रामायण महाभारत प्रश्नोत्तरी, विवेकानंद प्रश्नोत्तरी, 18 57 के स्वतंत्रता संग्राम पर राष्ट्रीय स्पर्धा ,कहानी एवं कविता प्रश्नोत्तरी पिछले 19 सालों में डॉ अशोक ने करवाई है. डॉ अशोक को आदित्य अल्हड़ हास्य सम्मान से नवाजा जाएगा.

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