हरी सब्जियां हुईं 'लाल'- दाम पूछकर पाव भर ही खरीद रहे हैं लोग सब्जियां

हरी सब्जियां हुईं 'लाल'- दाम पूछकर पाव भर ही  खरीद रहे हैं लोग सब्जियां

मानसून की विदाई के बाद देश की प्रमुख मंडियों में प्याज, टमाटर समेत हरी सब्जियों की आवक में सुधार होने की संभावनाओं के बीच इनकी आसमान छूती महंगाई पर ब्रेक जरूर लग गया है, लेकिन खुदरा कीमतें अभी भी इतनी ऊंची है कि रसोई का बजट बिगड़ गया है।

दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, पटना समेत भारत के लगभग ज्यादातर हिस्सों में हरी सब्जियां इतनी महंगी हैं कि लोग कह रहे हैं हरी सब्जियां हुईं लाल।

इस वक्त बाजार में लगभग हरी सब्जी 60-100 रुपए किलो बिक रहे हैं। सब्जी दुकानों पर देखा जा रहा है कि दुकानदार जब एक किलो का भाव बता रहे हैं तो लोग सिर्फ पाव भर सब्जियां खरीदकर ही चलते बन रहे हैं।

प्याज और टमाटर की कीमतों को नियंत्रण में रखने की सरकार की कोशिशों के बावजूद देश के प्रमुख शहरों में उपभोक्ताओं को प्याज 50 रुपये प्रति किलो से ऊपर के भाव पर मिल रहा है और टमाटर 60-80 रुपये किलो बिक रहा है। लहसुन 250-300 रुपये प्रति किलो है। अन्य हरी सब्जियों के दाम भी काफी ऊंचे हैं। इधर, आलू के दाम में भी वृद्धि होने लगी है।

लहसुन के दाम आसमान पर पहुंचने से मुश्किल और बढ़ी है और गृहणियों के किचेन का बजट दोगुना बढ़ गया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सब्जियों की महंगाई दर बीते महीने सितंबर में 15 फीसदी बढ़ी है वहीं खुदरा दुकानों पर सब्जियों के दाम दोगुना से ज्यादा बढ़े हैं।

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