घरौंडा: हरियाणा में रजिस्ट्री घोटाले का शोर भी कम नहीं हुआ था. घरौंडा की गगसीना प्राथमिक कृषि सहकारी समिति में लाखों रुपए का एक और घोटाला सामने आया है. समिति के सदस्यों के खातो में हेराफेरी करते हुए अधिकारियों ने इस घोटाले को अंजाम दिया गया है. करीब छह दर्जन से अधिक सदस्यों ने उनके एकाउंट में हुई धोखाधड़ी की शिकायत की है. पैक्स में हुआ घोटाला उजागर होने के बाद समिति के सदस्य अपने खाते चैक करवाने पहुँच रहे है. घपले का शिकार हुए लोगों ने समिति के कर्मचारियों पर जालसाजी और गबन के आरोप लगाये है .
बता दें कि, गगसीना की कृषि सहकारी समिति के सदस्यों का आरोप है कि समिति के कर्मचारियों ने मिलीभगत करके सैकड़ों किसानों के साथ धोखाधड़ी की है. किसानों के खातों में जितना ऋण दिखाया जा रहा है वास्तव में उतना लोन किसानों को मिला ही नहीं है . समिति कर्मचारियों ने फर्जी तरीके से लोन लिमिट बढ़ाया और लाखों रूपये डकार लिए है. करीब एक माह पहले पद संभालने वाले समिति के इंचार्ज दयाराम का कहना है कि रोजाना समिति के मैम्बर अपने खाते की जानकारी लेने पहुंच रहे है. किसानों के खातों में नकद और खाद दवाई का ऋण बकाया है लेकिन, सदस्यों का कहना है कि उनके एकाउंट में दर्शाए जा रही राशि उन्होंने समिति से ली ही नहीं. गांव गगसीना निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि वह हरियाणा रोडवेज से रिटायर हुआ है और सहकारी समिति का सदस्य है . पैक्स में उसका खाता नम्बर है, उसने कभी भी सहकारी समिति से ऋण नहीं लिया बावजूद इसके उसके एकाउंट में 56हजार का लोन चढ़ा हुआ है .
किसान ओमप्रकाश का कहना है कि उसके पास ना तो समिति की पास बुक है और ना ही चैक बुक लेकिन, कर्मचारियों ने मिलीभगत करके उसके खाते से ऋण जारी किया और 56हजार रूपये डकार गए. किसान बलबीर सिंह का सहकारी समिति में खाता नम्बर है, उनकी लोन लिमिट एक लाख 12हजार रूपये थी . आरोप है कि समिति के कर्मचारियों ने गुपचुप तरीके से लोन लिमिट को बढाकर एक लाख 35हजार रूपये कर दिया लेकिन, 23हजार रूपये किसान को नहीं दिए . जब बलबीर सिंह अपना ऋण चुकता करने बैंक पंहुचा तो उसे मालूम हुआ कि उसकी लोन लिमिट बढ़ चुकी है. बता दे कि इस घोटाले में 60से 70समिति सदस्यों ने धोखाधड़ी की शिकायत की है और पूरा मामला उच्च अधिकारीयों के संज्ञान में लाया जा रहा है.
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