Farmers protest: 22 तारीख को 200 किसान संसद जाएंगे- राकेश टिकैत

Farmers protest: 22 तारीख को 200 किसान संसद जाएंगे- राकेश टिकैत

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन को 8 महीने पूरे होने वाले है. करीब 8 महीन से किसान दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे है. किसानों का सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर आंदोलन जारी है. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 22 तारीख को 200 किसान संसद जाएंगे. कल भी संसद में किसानों से जुड़ा मुद्दा उठाया गया है. विपक्ष मज़बूती के साथ अपनी बात संसद में कह रहा है.

एक बार फिर किसान आंदोलन को तेज करने के लिए अपनी तैयारी शुरू कर दी है. संसद में मानसून सत्र की शुरूआत हो चुकी है. वहीं अब संसद को घेरने की तैयारी में जुट गए है. वहीं दिल्ली पुलिस भी अलर्ट पर है.किसानों के विरोध प्रदर्शन में कई रूप देखने को मिले है. संसद का घेराव करने के लिए किसान संगठन के नेताओं ने दिल्ली पुलिस से इजाजत मांगी थी. लेकिन जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने संसद घेराव की अनुमति नहीं दी है. दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की इजाजत दे सकती है किसान संगठन ने फैसला किया है कि 22 जुलाई को संसद के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जाएंगा.

इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में सरकार किसानों की बात नहीं मान रही है, लेकिन जब तक सरकार मांगे पूरी नहीं करेगी तब तक आन्दोलन जारी रहेगा. किसान नेताओं ने कहा कि 21 जुलाई को सभी ग्रामीण केएमपी के पास से सिंघु बार्डर तक पैदल मार्च करेंगे और अपनी मांग रखेंगे. यदि प्रशासन की ओर से उन्हें रोका गया. तो वे लोग भी कोई बड़ा आंदोलन शुरू करने पर मजबूर होंगे.

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 5 सितंबर को हम एक बड़ी पंचायत करेंगे. जिसमें किसान आंदोलन के लिए आगे की रणनीति बनाएंगे. हम चुनाव नहीं लड़ेंगे. हम वोट की चोट देंगे. वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार खुली धमकी दी है. उन्होंने कहा कि सरकार के पास सितंबर तक का समय है. सरकार किसानों की बात मानकर कानून वापस ले, और एमएसपी को कानून बनाए अन्यथा इस बार संघर्ष बड़ा होगा. किसानों के ट्रैक्टर लाल किले का ही नहीं संसद का भी रास्ता जानते हैं.

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