Excise department is empty from Corona: कोरोना से आबकारी विभाग का खजाना खाली, कर्नाटक में नहीं हैं कर्मचारियों को सैलरी देने के पैसे

Excise department is empty from Corona: कोरोना से आबकारी विभाग का खजाना खाली, कर्नाटक में नहीं हैं कर्मचारियों को सैलरी देने के पैसे

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने अर्थव्यवस्था की कमर को तोड़ रख दिया है. कोरोना वायरस से पूरा देश घुटनों के बल आ गया है. देश में कोरोना को हराने को लिए अभी 3 मई तक लॉकडाउन जारी है. बता दें कि लॉकडाउन की वजह से सरकार भी बैकफुट पर है. महामारी के बीच लॉकडाउन ने आर्थिक चुनौतियां बढ़ा दी हैं. लोगों की नौकरियां जा रही हैं, कारोबार ठप हो रहे हैं. आम लोग के साथ ही सरकारें भी पैसों की किल्लत से जूझने लगी हैं. कर्नाटक के आबकारी विभाग में तो हालात ये हो गये हैं कि सैलरी देने तक का फंड नहीं बचा है. कोरोना से लड़ रही कर्नाटक सरकार के आबकारी मंत्री एच. नागेश काफी चिंतित हैं उन्होंने, कहा है कि विभाग के हालात काफी नाजुक हैं और सैलरी व दूसरे खर्चे उठाने तक के लिये पैसा नहीं बचा है. 25मार्च से जारी देश में लॉकडाउन के चलते कर्नाटक में भी शराब की बिक्री बंद है. साथ ही सभी बार और पब भी बंद हैं. शराब की बिक्री बंद होने के कारण कर्नाटक सरकार को हर महीने 1800करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है.

इस पूरे मामले को लेकर आबकारी विभाग के मंत्री ने मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को भी जानकारी दे दी है. आबकारी मंत्री ने बताया, 'मैंने मुख्यमंत्री से कहा है कि 3मई के बाद हमें थोड़ी छूट देनी चाहिये. सीएम ने मुझसे कहा है कि हालात देखेंगे और फिर कोई फैसला लिया जायेगा. सीएम ने भी दुकानें खोलने में रूचि दिखाई है. क्योंकि हमें सैलरी देने और दूसरे खर्चों के लिये पैसों की जरूरत है. हमारा खजाना खाली हो गया है. मुझे यकीन है कि राहत दी जायेगी. बता दें कि इस लॉकडाउन में पूरे देश में इस समय शराब की ब्रिकी पर पाबंदी लगा रखी है. जिससे विभाग को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. साथ ही सरकार के सरकारी कामकाज ठप होने से भी अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है. हालांकि, बताया जा रहा है कि सरकार 3 मई के बाद कुछ छूटों के बारे में सोच रही है.

 

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