सुन्दरेश्वर मंदिर में एक्ट्रेस नमिता से मांगा गया हिंदू होने का सबूत, माथे पर टीका लगाने के बाद मिली प्रवेश की अनुमति

सुन्दरेश्वर मंदिर में एक्ट्रेस नमिता से मांगा गया हिंदू होने का सबूत, माथे पर टीका लगाने के बाद मिली प्रवेश की अनुमति

Namitha Asked Proof For Being Hindu: साउथ फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस और BJPकी नेता नमिता ने सोमवार को मीनाक्षी सुन्दरेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए पहुंची थीं, जहां उन्हें एक विवादास्पद अनुभव का सामना करना पड़ा। नमिता ने आरोप लगाया कि मंदिर के अधिकारियों ने उन्हें दर्शन के लिए प्रवेश देने से पहले हिंदू होने का प्रूफ दिखाने को कहा। इस घटना ने धार्मिक स्थल पर भेदभाव और असंवेदनशीलता के मुद्दे को उजागर किया है।

नमिता का आरोप

नमिता ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए इस घटना की जानकारी दी। वीडियो के साथ उन्होंने एक नोट भी साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि यह पहली बार था जब उन्हें अपने ही देश में इस तरह से अलग महसूस करना पड़ा और यह साबित करना पड़ा कि वह हिंदू हैं। नमिता ने आरोप लगाया कि एक बहुत बदतमीज और अड़ियल अधिकारी और उनके सहायक ने उनसे हिंदू होने का प्रमाण पत्र मांगा और उनके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया। नमिता ने बताया कि उनकी शादी तिरुपति में हुई है और उनके बेटे का नाम भगवान कृष्ण के नाम पर रखा गया है, जिससे यह स्पष्ट है कि वह हिंदू हैं।

मंदिर अधिकारियों का बयान

मंदिर के एक सीनियर अधिकारी ने इस आरोप पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि नमिता और उनके पति से मंदिर की परंपराओं के बारे में पूछा गया था क्योंकि वे मास्क पहने हुए थे। अधिकारी ने बताया कि नमिता ने अपनी पहचान स्पष्ट की, और माथे पर टीका लगाने के बाद उन्हें मंदिर में प्रवेश दिया गया। अधिकारियों का कहना था कि नमिता के साथ कोई अपमानजनक व्यवहार नहीं किया गया था।

नमिता का स्पष्टीकरण और शिकायत

नमिता ने कहा कि उन्होंने मंदिर में मौजूद लोगों को पहचान से बचने के लिए मास्क पहना था, ताकि कोई विघ्न न हो। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें एक कोने में 20 मिनट तक इंतजार कराया गया और उन्होंने रविवार को ही पुलिस को अपनी विजिट की जानकारी दे दी थी। नमिता ने कहा कि पूछने का तरीका गलत था और उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी ने बहुत बदतमीजी से बात की।

नमिता ने की कार्रवाई की मांग

नमिता ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में तमिलनाडु सरकार के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ व्यवस्था मंत्री पीके शेखर बाबू से उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। यह घटना एक अहम सवाल उठाती है कि धार्मिक स्थलों पर लोगों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। वहीं इस घटना पर अभी विवाद जारी है।

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