Haryana Election: हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ संभावित गठबंधन की संभावनाओं पर विचार करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है। यह समिति राज्य में गठबंधन के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेगी और अपनी रिपोर्ट पार्टी के हाई कमान को सौंपेगी। रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा कि AAP को राज्य विधानसभा चुनाव में कितनी सीटें दी जा सकती हैं।
AAP ने की 20 सीटों मांग
समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपक बाबरिया, दीपेंद्र हुड्डा और अजय माकन शामिल होंगे। ये नेता आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत करेंगे और उन 12 सीटों की भी समीक्षा करेंगे जहां कांग्रेस के भीतर उम्मीदवारों के चयन को लेकर मतभेद चल रहे हैं।
आम आदमी पार्टी ने विधानसभा चुनावों में 20 सीटों की मांग की है, जिसे उन्होंने लोकसभा चुनाव में मिली एक सीट के आधार पर तय किया है। AAP का तर्क है कि उन्हें विधानसभा में भी समान संख्या में सीटें मिलनी चाहिए।
कांग्रेस के नेताओं का विरोध,गठबंधन में दिख रही दुविधा
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि AAP को 20 सीटें देना व्यावहारिक नहीं है। उनका कहना है कि INDIA गठबंधन एक राष्ट्रीय गठबंधन है, न कि स्थानीय, और इसलिए इस आधार पर इतनी सीटें देना उचित नहीं होगा। कांग्रेस हाई कमान भी मानता है कि गठबंधन में निष्पक्षता बरती जानी चाहिए और इस पर अंतिम निर्णय समिति की रिपोर्ट के आधार पर लिया जाएगा।
राहुल गांधी की भूमिका और गठबंधन की चुनौतियां
राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से कहा है कि वे देखें कि AAP के साथ काम करने के लिए कुछ गुंजाइश है या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि INDIA गठबंधन के हिस्से के रूप में कुछ सीटें देने का रास्ता तलाशें। हालांकि, यह ध्यान देने योग्य है कि दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन असफल रहा है और दोनों दलों के बीच तनाव अक्सर देखा गया है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि समिति की रिपोर्ट के बाद गठबंधन की दिशा और सीट शेयरिंग पर स्पष्टता आएगी, जिससे चुनावी रणनीति को आकार दिया जा सके।
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