नई दिल्ली: देश में कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है. कोरोना के केस 6 लाख 73 हजार को पार कर गए है. कोरोना से मरने वालों की संख्या 19 हजार के पार हो गई है. इस संकट के बीच भूकंप भी बड़ा संकट बन गया है. भूकंप से पूरब से लेकर पश्चिम तक धरती कांप रही है. रविवार सुबह लद्दाख में भूकंप आया फिर शाम को 15 मिनट के अंतराल पर गुजरात और मिजोरम में भूकंप के झटके लगे. गुजरात के कच्छ क्षेत्र में रविवार शाम को भूकंप के झटके लगे. कच्छ में शाम 5.11 बजे भूकंप आया. फिर इसके 15 मिनट बाद मिजोरम में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए.
आपको बता दें कि गुजरात के कच्छ क्षेत्र में शाम को आए भूकंप की तीव्रता 4.2 मापी गई. भूकंप का केंद्र भचाऊ के पास रहा. कच्छ में भूकंप आने के करीब 15 मिनट बाद मिजोरम के चंपाई जिले में भी भूकंप आया. जहां उसकी तीव्रता 4.6 रही. इससे पहले लद्दाख में सुबह 3.37 मिनट पर भूकंप के झटके लगे. जिसकी तीव्रता 4.7 मापी गई. वहीं, शुक्रवार को दिल्ली एनसीआर में भूकंप से धरती हिली. जिसका केन्द्र राजस्थान का अलवर शहर रहा. हालांकि, इससे किसी भी प्रकार की कोई जान माल की हानि नहीं हुई.
इससे पहले गुरूवार को कारगिल में भूकंप के झटके महूसस किए गए थे. तब रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई थी. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, गुरुवार दोपहर 1.11 बजे करगिल में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसका केंद्र करगिल से 119 किलोमीटर नॉर्थवेस्ट में रहा. बताते चले कि भूकंप के झटकों का सिलसिला बीते मई महीने से तेजी से बढ़ा है. जून महीने में भी कई बार भूकंप से धरती हिली है.
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