EC On Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव अब अपने आखिरी दौर में है। चंद घंटों के बाद दिल्ली की जनता बूथ पर मतदान करने के लिए पंक्ति में खड़ी मिलेगी। हालांकि, उससे पहले दिल्ली में राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। मुख्यमंत्री आतिशी और अरविंद केजरीवाल के द्वारा पुलिस और आधिकारियों पर भेदभाव करने का आरोप लगाया गया। जिसके बाद चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण दिया है। चुनाव आयोग ने कहा कि तीन सदस्यीय आयोग ने सामूहिक रूप से चुनावों में चुनाव आयोग को बदनाम करने के लिए बार-बार जानबूझकर दबाव बनाने की रणनीति पर ध्यान दिया। आयोग ने आगे कहा कि आगे कहा कि लोगों को लगता है कि जैये ये एक एकल सदस्यीय निकाय है। लेकिन इसने संवैधानिक संयम बरतने का निर्णय लिया गया है। इस तरह के आक्षेपों को बुद्धिमत्तापूर्वक, धैर्यपूर्वक सहन किया है और इससे प्रभावित नहीं हुआ है।
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
चुनाव आयोग ने एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि दिल्ली चुनाव में राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की ओर से उठाए गए मुद्दों पर 1.5 लाख से अधिक अधिकारी काम कर रहे हैं। उठाए गए मुद्दों पर कार्रवाई की जा रही है, जो निष्पक्ष और गैर-पक्षपातपूर्ण हो रही है। सारे अधिकारी मजबूत प्रक्रियाओं और एसओपी के तहत काम कर रहे हैं।
आतिशी ने क्या लगाया आरोप?
सीएम आतिशी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि चुनाव आयोग भी गजब है। रमेश बिधूड़ी के परिवार के सदस्य खुले-आम आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। उन पर कोई एक्शन नहीं है। मैंने शिकायत की, पुलिस और चुनाव आयोग को बुलाया। इन्होंने मेरे ऊपर केस दर्ज कर दिया। राजीव कुमार जी आप चुनावी प्रक्रिया कि कितनी धज्जियां उड़ायेंगे।
केजरीवाल ने भी आयोग पर कसा तंज
वहीं अरविंद केजरीवाल ने लिखा कि खुलेआम गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत करने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव आयोग ने पुलिस केस किया। तो अब दिल्ली पुलिस और चुनाव आयोग का ये ऑफिशियल स्टैंड है।
Leave a comment