Delhi Election: खरीद-फरोख्त के आरोपों पर सख्त ACB, केजरीवाल को देना होगा इन 5 सवालों के जवाब

Delhi Election: खरीद-फरोख्त के आरोपों पर सख्त ACB, केजरीवाल को देना होगा इन 5 सवालों के जवाब

ACB Questioned Arvind Kejriwal: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था। जिसके बाद भाजपा ने केजरीवाल के बयान को झूठा बताते हुए LG वीके सक्सेना से इसकी शिकायत कर दी। अब इस पूरे प्रकरण की जांच ACB ने शुरु कर दी है। शुक्रवार को ACB की एक टीम केजरीवाल से पूछताछ करने के लिए उनके आवास पहुंची थी। हालांकि, केजरीवाल की मुलाकात जांच टीम के साथ नहीं हो पाई। ACB को बेरंग ही केजरीवाल आवास से वापस लौटना पड़ा। लेकिन ACB की टीम ने केजरीवाल को एक नोटिस दिया है, जिसके जरिए उन्होंने पांच सवाल पूछे हैं।

केजरीवाल से क्या सवाल पूछा गया?

  • 6 फरवरी को अरविंद केजरीवाल ने अपने एक्स अकाउंट से AAPविधायकों को 15 करोड़ रुपए देने का दवाब बनाने का आरोप लगाया था। ACBने पूछा है कि वो पोस्ट केजरीवाल के द्वारा किए गए थे या नहीं?
  • ACBने उन 16 विधायकों के नाम भी मांगे है, जिन्हें रिश्वत के लिए कॉल आए थे।
  • एसीबी ने केजरीवाल से उस व्यक्ति की पहचान बताने को कहा है, जिसने कथित रुप से AAP विधायकों को फोन कॉल किए थे।
  • साथ ही ACBने नोटिस के माध्यम से सबूत मांगते हुए कहा है, “आप और आपकी पार्टी के सदस्यों द्वारा विभिन्न मीडिया/सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लगाए गए रिश्वत की पेशकश के दावे/आरोपों का समर्थन करने के लिए सबूत पेश करें।"
  • केजरीवाल से ACBने नोटिस के माध्यम से कहा, "बताएं कि मीडिया/सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर ऐसी जानकारी फैलाने वाले लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए, जो दिल्ली के लोगों में दहशत और अशांति की स्थिति पैदा करने के समान है।"

केजरीवाल ने क्या लगाया था आरोप?

गुरुवार को एक्स पर पोस्ट करके अरविंद केजरीवाल ने AAPविधायकों पर दवाब बनाने का दावा किया था। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, “कुछ एजेंसीज दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज़्यादा सीट आ रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फ़ोन आ गए हैं कि “आप” छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हरेक को 15-15 करोड़ देंगे। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज़्यादा सीटें आ रहीं हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फ़ोन करने की क्या ज़रूरत है?ज़ाहिर तौर पे ये फ़र्ज़ी सर्वे करवाये ही इसलिए गए हैं ताकि ये माहौल बनाकर कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। पर गाली गलौज वालों, हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा।“

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