अब हवा में सफर कर सकेंगे दिल्ली और हरियाणा के वासी! सरकार ने तैयार किया फ्यूचरिस्टिक प्लेन

अब हवा में सफर कर सकेंगे दिल्ली और हरियाणा के वासी! सरकार ने तैयार किया फ्यूचरिस्टिक प्लेन

नई दिल्ली: भारत को जल्द ही दिल्ली और हरियाणा के चुनिंदा हिस्सों पर अपनी पहली स्काईबस की सौगात मिल सकती है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इसे देश की राजधानी और पड़ोसी राज्यों में यातायात और प्रदूषण को कम करने के तरीके के रूप में देखते हैं। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, गडकरी ने खुलासा किया कि जलवायु एजेंडा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है क्योंकि प्रदूषण के साथ आर्थिक विकास एक अच्छी रणनीति नहीं है और उनका लक्ष्य चुनिंदा हिस्सों पर स्काईबस शुरू करना है।

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी में कहा कि, "मैं धौला कुआं से मानेसर के लिए स्काईबस (Mass Transit Service) शुरू करना चाहता हूं और बाद में ट्रैफिक और प्रदूषण को कम करने के लिए इसे सोहना तक विस्तारित करना चाहता हूं।" बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (BCG) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने बताया, उनका सपना है कि आने वाले दिनों में ईंधन का आयात शून्य हो जाए। इथेनॉल के महत्व को बताते हुए गडकरी ने परिवहन उद्देश्य के लिए इथेनॉल के उपयोग को बढ़ाने पर जोर दिया क्योंकि यह आर्थिक रूप से सस्ता, प्रदूषणमुक्त और स्वदेशी है। साथ ही कहा कि सरकार की प्राथमिकता पानी से हरित हाइड्रोजन बनाना है।

स्काईबस क्या है

स्काईबस एक रेलवे प्रणाली है जो काफी हद तक मेट्रो के समान है लेकिन इसमें एक ऊंचा ट्रैक होता है जिसमें नीचे निलंबित कारें होती हैं। भारतीय प्रौद्योगिकीविद् बी राजाराम द्वारा डिजाइन किया गया, एक स्काईबस प्रणाली जर्मनी में वुपर्टल श्वेबेबहन या एच-बान सिस्टम के समान है। भारत सरकार ने पहली बार 2004 में स्काईबस मेट्रो का परीक्षण शुरू किया था, लेकिन बाद में इसे समाप्त कर दिया गया क्योंकि एक दुर्घटना में एक कर्मचारी की मौत हो गई और तीन घायल हो गए।स्काईबस लगभग 100 किमी/घंटा की गति से यात्रा कर सकती हैं और विद्युत ऊर्जा का उपयोग कर सकती हैं। अगर गडकरी की धौला कुआं से मानेसर तक स्काईबस मेट्रो शुरू करने की योजना सफल होती है तो इस दूरी को तय करने में करीब 24 मिनट का समय लगेगा।

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