राजस्थान के सियासी घमासान में आया नया मोड! पर्यवेक्षक सौंपेंगे सोनिया गांधी को रिपोर्ट

राजस्थान के सियासी घमासान में आया नया मोड!  पर्यवेक्षक सौंपेंगे सोनिया गांधी को रिपोर्ट

नई दिल्ली: राजस्थान में कांग्रेस का सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। रविवार को विधायकों की बैठक से पहले अशोक खेमे के 90 विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दिया। हालांकि 90 विधायकों के इस्तीफे से पार्टी की हाई कमान काफी नाराज दिखाई दे रही हैं। वहीं कयास लगाए जा रहे है राजस्थान के मुख्यमंत्री को कांग्रेस अध्क्षक के पद से बाहर किया जा सकता है। साथ ही हाई कमान ने राजस्थान के प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक खड़गे को तुरंत मिलकर इस मामले पर लिखित रिपोर्ट देने का आदेश दिए है। सूत्रों के अनुसार, अब किसी ओर के नाम पर मुहर लगा सकती हैं। जिसका परिणाम 30 सितंबर को देखा जाएंगा।

सीएम अशोक गहलोत ने जताया खेद

बता दें कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है, लेकिन गहलोत गुट के 90 से ज्यादा विधायक सचिन पायलट के खिलाफ थे। जिस वजह से सचिन पायलट के खिलाफ विधायकों ने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया। उनका कहना है कि सचिन पायलट या उनके गुट के किसी नेता को वो मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं देखना चाहते। वहीं खबर है, कि अशोक गहलोत के इस रुख से सोनिया गांधी बहुत आहत हैं। उन्होंने राजस्थान के प्रभारी अजय माकन और पर्यवेक्षक खड़गे से कहा है कि, अशोक गहलोत ने ऐसा कैसे कर दिया, गहलोत से यह उम्मीद नहीं थी। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक बुलाने से पहले दिल्ली के नेताओं से गहलोत की कई बार बात हुई थी। नेता चुनने के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत करने वाले प्रस्ताव पर गहलोत तैयार थे लेकिन विधायकों की बगावत के बाद गहलोत ने कहा कि विधायक उनकी भी नहीं सुन रहे। सोमवार दोपहर गहलोत ने खरगे के सामने खेद भी जताया।

सोनिया गांधी से मुलाकात करेगें पर्यवेक्षक

राजस्थान में चल रहे संकट के बीच पार्टी के दोनों पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से सोमवार को मुलाकात की। दोनों सीधे जयपुर से दिल्ली पहुंचे और इसके बाद 10 जनपथ पहुंचकर सोनिया से मुलाकात की। कांग्रेस के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल भी बैठक में मौजूद थे। मुलाकात के समय माकन ने कहा कि रविवार की पूरी बात सोनिया जी को बताई थी, सोनिया जी ने पूरे घटनाक्रम पर लिखित रिपोर्ट मांगी हैं। उसपर लिखित रिपोर्ट आज देगें। कांग्रेस अध्यक्षा की स्पष्ट राय थी कि प्रत्येक विधायक से चर्चा की जाए। सीएम गहलोत के कहने पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक शाम 7 बजे रखी गई थी, समय और स्थान तय किए गए थे, लेकिन उसके बाद भी शर्तों रखी गई। मैंने सभी को बताया कि जो भी फैसला होगा वो कांग्रेस अध्यक्षा के सामने रखा जाएगा। पूरे हालात को माकन ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

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