Shaheen Bagh Strike update : राजधानी दिल्ली का शाहीन बाग खाली, 101 दिन बाद CAA के खिलाफ दिए जा रहे धरने पर विराम

Shaheen Bagh Strike update : राजधानी दिल्ली का शाहीन बाग खाली, 101 दिन बाद CAA के खिलाफ दिए जा रहे धरने पर विराम

नई दिल्ली: दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस की वजह से सारी दुनिया में लॉकडाउन की स्थिति बन चुकी है. इसीलिए राजधानी दिल्ली में पिछले 101 दिन से चले आ रहे सीएए विरोधी प्रदर्शन पर आखिरकार विराम लग ही गया. अब तक भारत में कोरोनावायरस का प्रकोप देश के 23 राज्यों में फैल चुका है. कोरोनावायरस से निपटने के लिए कई राज्यों के साथ राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन लगा दिया गया है. देश के पांच राज्यों में तो कर्फ्यू तक लगा दिया गया है. लापरवाही को देखते हुए पीएम मोदी भी सतर्कता की अपील करते हुए बार-बार ट्वीट कर रहे हैं.

इस बीच आज सबसे अधिक बड़ी खबर नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में 15 दिसंबर से जारी प्रदर्शन को खत्म करने की रही. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आज वहां से हटाया और कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया. इससे पहले सोमवार को दिल्ली के शाहीन बाग में पंडाल खाली मिले और यहां इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए थे.

दरअसल कोरोना वायरस के कहर के बीच यहां के प्रदर्शनकारी लापरवाही बरत रहे थे और धरना खत्म न करने की जिद कर रहे थे इसलिए पुलिस को सख्ती दिखाकर धरने को खत्म कराना पड़ा. हालांकि कुछ सामाजिक संगठनों और बड़े सेलिब्रिटीज ने धरना खत्म करने की पहले ही अपील की थी जिससे यहां कम लोग दिख रहे थे.

दक्षिण पूर्व दिल्ली के डीसीपी आरपी मीणा ने का कहना है कि यहां लॉकडाउन के बावजूद लोग सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. पुलिस ने पहले प्रदर्शनकारियों से हटने के लिए कहा. इसके बाद भी जब वे नहीं माने तो पुलिस ने कार्रवाई की. कुछ लोगों को गैर कानूनी ढंग से जुटने के लिए हिरासत में ले लिया गया.

ने केवल दिल्ली बल्कि देशके कई इलाकों में भी सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ शाहीन बाग में सैकड़ों प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे थे. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इसको खत्म कराने के लिए कई वार्ताकार नियुक्त किए थे लेकिन काफी कोशिशों के बाद भी धरनास्थल को खाली नहीं कराया जा सका था, लेकिन अब प्रदर्शन के इतने दिन के बाद लॉकडाउन के कारण प्रदर्शनकारियों की संख्या काफी कम हो जाने के बाद धरना खत्म हो सका. बता दें कि रविवार सुबह धरनास्थल के पास लगे बैरिकेड्स पर पेट्रोल बम फेंका गया था जिस पर पुलिस ने कहा था कि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ.

दिल्ली के साथ ही राजधानी लखनऊ से खबर है कि यहां के घंटाघर पर पिछले करीब 66 दिन से सैकड़ों महिलाएं धरने पर बैठी थीं. अब यहां पर भी लॉकडाउन के मद्देनजर वापस ले लिया गया है हालांकि महिलाओं का कहना है कि कोरोना खत्म होने पर प्रदर्शन फिर शुरू होगा. यूपी के मुरादाबाद, अलीगढ़ और प्रयागराज समेत 5 शहरों में प्रदर्शन अब भी चल रहा है हालांकि यहां प्रदर्शनकारियों की संख्या बेहद कम है. हो सकता है कि प्रशासन आगे इनको भी यहां से हटाकर सुरक्षा कोरोना से सुरक्षा घेरे को और मजबूत बना सकती है.

 

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