Coronavirus Update in India:अगर आप भी हैं लॉकडाउन से परेशान तो इन आंकड़ों पर डालें नजर, आपके सवालों का ये रहा जवाब, जानिए यह क्यों है जरूरी?

Coronavirus Update in India:अगर आप भी हैं लॉकडाउन से परेशान तो  इन आंकड़ों पर डालें नजर,  आपके सवालों का ये रहा जवाब, जानिए यह क्यों है जरूरी?

नई दिल्ली: पूरे देश भर में 21 दिनों का लॉकडाउन किया जा चुका है. पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद देशवासियों के मन में बस एक ही सवाल उठ रहा है आखिर 21 दिनों की क्या जरूरत थी? क्या उन्हें इतने लंबे समय तक घर पर रहने में परेशानियों को सामना नहीं करना पड़ेगा. दरअसल एक बड़ी तादाद इसका समर्थन भी कर रही है तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अब तक लापरवाही बरत रहे हैं और 21 दिन का लॉकडाउन मानो उनके लिए मुसीबत बनकर आया हो. लेकिन जब दुनिया भर के आंकड़ों पर वह नजर डालेंगे तब उन्हें परिस्थतियों का अहसास हो जाएगा कि यदि ऐसा नहीं किया जाएगा तो भारत में स्थिति कितनी खतरनाक हो सकती है.

दरअसल एक्सपर्ट का मानना है कि हवा, लोहा, प्लास्टिक, लकड़ी या फिर किसी भी माध्यम में कोरोना वायरस 15 दिन से अधिक जीवित नहीं रह सकता इसलिए एहतियातन 21 दिनों की सतर्कता से वह अगर किसी के भी संपर्क में न आए तो वह अपने आप खत्म हो जाएगा.

और इसीलिए देखा जाए तो समय रहते सरकारों ने जितनी तेजी से फैसले लिए और अंततः 21 दिनों के लॉकडाउन का निर्णय लिया गया उससे बढ़ते संक्रमण पर तेजी से विराम जरूर लगाया जा सकता है. लेकिन लोगों के मन सवाल यही है कि भले ही उन्हें बाहर निकलने के लिए मना किया जा रहा है लेकिन रोजमर्रा की चीजों के लिए आखिर बाहर तो निकलना ही पड़ेगा. तो इसका जवाब ये है कि आप किसी भी निकटतम दुकान आदि पर जाएं लेकिन ग्रुप में न जाएं. एक निर्धारित समय के लिए दूध, राशन, मेडिकल आदि की शॉप खोली जाएंगी जिन पर जाकर आप जरूरी चीजं खरीद सकते हैं. किसी बड़ी मुसीबत में आप बाहर जा सकते हैं लेकिन सुरक्षा के साथ. हालांकि आपके पास बाहर निकलने का कोई वाजिब कारण जरूर हो.

 सब्जी आदि की खरीददारी के संबंध में कहा गया है कि रेहड़ी, फेरीवाले सुरक्षा का खयाल रखते हुए गलियों में जाकर आपकी इसकी भी आपूर्ति कराएंगे. डेयरी आदि खुली होने पर दूध आदि की जरूरतें भी पूरी कर सकते हैं. दरअसल सरकार की तरफ से खास तौर पर मस्ती आदि के मूड में और बेवजह आवारागर्दी करने वालों पर रोक जरूर लगाई गई है.

पीएम ने आज नवरात्र की शुरूआत के बाद कोरोना के कहर से बचने के लिए ट्वीट भी किया और इससे लड़ने वालों लोगों को अपनी साधना समर्पित की.

आज से नवरात्रि शुरू हो रही है। वर्षों से मैं मां की आराधना करता आ रहा हूं। इस बार की साधना मैं मानवता की उपासना करने वाले सभी नर्स, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे हैं, के उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सिद्धि को समर्पित करता हूं।

— Narendra Modi (@narendramodi) March 25, 2020

इसलिए सतर्क रहना जरूरी

बहरहाल हमें सतर्कता की जरूरत क्यों हैं इसके लिए हम उन आंकड़ों को देख सकते हैं जो हमें और भी अधिक अलर्ट करने में मदद कर सकते हैं. भारत समेत 23 देशों में कोरोना केस के मामले में स्थिति ठीक नहीं है. दरअसल इन देशों में पहले 100 मामलों के बाद कोरोना के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि देखी गई. रिपोर्ट के अनुसार, इन देशों में या तो कोरोना को रोकने को लेकर कदम नहीं उठाए गए हैं या फिर वे असफल हो रहे हैं.

पीएम मोदी ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना महामारी को बेहद खतरनाक बताया था. उन्होंने कहा था कि पहले एक लाख लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे और फिर इसे दो लाख लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे. दो लाख संक्रमित लोगों से तीन लाख लोगों तक ये बीमारी पहुंचने में सिर्फ चार दिन लगे. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कितनी तेजी से फैसला है और अपने-अपने घर पर रहना ही इसके संक्रमण को बढ़ने से रोक सकता है.

इटली के डरावने आंकड़े

आपको यह जानकार हैरानी होगी कि भारत में पहले 40 दिनों में कोरोना वायरस के एक से लेकर 50 तक मामले सामने आए थे. फिर चार दिनों में देश में संक्रमित मरीजों की संख्या 50 से बढ़कर 100 तक हो गई. अगले चार दिनों में कोरोना केस की संख्या 100 से बढ़कर 150 पर पहुंच गई. इसके बाद से कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी. देश में अभी कोरोना के 562 मरीज हैं और इससे अब तक 10 लोगों की मौत हुई है.

ज्ञात हो कि मंगलवार को इटली में 743 लोगों की कोरोना के संक्रमण से मौत हो गई. इससे पहले शनिवार को इटली में 793 लोगों की मौत हो गई थी. इटली में 5,249 नए मामले आए हैं और इसकी चपेट में आने वालों की संख्या कुल 69,176 पहुंच गई है- वहीं, इससे मरने वालों की संख्या 6,820 पहुंच गई है. यहां मरने वालों की संख्या इतनी ज्यादा है कि लाशों को दूसरे शहरों में दफनाया जा रहा है. इन आंकड़ों पर डालें नजरऐसे ही हालात अमेरिका में रहे और लापरवाही की वजह से वहां आज हजारों लोग इससे गृसित हैं और वहां मरने वालों की संख्या एक हजार के पास पहुंचने वाली है.

इसीलिए पीएम मोदी ने सोशल डिस्टेसिंग का हवाला देते हुए इस खतरनाक बीमारी से लड़ने के लिए इसे जरूरी बताया है क्योंकि भारत जैसे सघन आबादी वाले देश में यह बीमारी तबाही मचा सकती है. तो सतर्क रहें और जान लें कि घर पर रहकर आप खुद और अपने परिवार को इस महामारी से सुरक्षित रख सकते हैं.

 

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