Coronavirus Lockdown Update: लॉकडाउन पर गंभीरता बरतने की नेताओं ने की अपील, जानिए किसने क्या कहा?

Coronavirus Lockdown Update: लॉकडाउन पर गंभीरता बरतने की नेताओं ने की अपील, जानिए किसने क्या कहा?

नई दिल्ली: बुधवार को देश भर में लॉकडाउन का मिलाजुला असर दिखा. आमजन को और जागरूक बनाने के लिए केंद्र की तरफ से राज्य सरकारों को निर्देश दिए जा रहे हैं. कोरोना के कहर से बचने के लिए बेहद सतर्कता की जरूरत है और इसीलिए लॉकडाउन का पालन ही आपको इससे बचने के लिए पहली प्राथमिकता होनी चाहिए

देश में कोरोना वायरस अब तक 11 लोगों की जान ले चुका है.इसके साथ ही पूरे देश में संक्रमितों की संख्या 587 हो चुकी है. महाराष्ट्र सबसे अधिक मामलों के साथ अभी भी आगे है तो केरल में भी 100 से अधिक कोरोना पीड़ित हैं. महाराष्ट्र में 112 और केरल में 105 केस सामने आए हैं.

इस बीच लॉकडाउन के चलते देश भर के नेताओं ने एहतियाती कदमों की सलाह देते हुए निर्देश भी जारी किए. पीएम मोदी पहले ही भारत की जनता से सतर्कता बरतने की अपील कर चुके हैं.आइए जानें कि किन नेताओं ने क्या कहा.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि लॉकडाउनके चलते सोशल हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा. कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार तीन महीने का राशन अडवांस में देगी. देश के 80 करोड़ लोगों को राशन मिलेगा. किसी जरूरी सामान की कमी नहीं होने दी जाएगी. जावड़ेकर ने कहा कि कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि मैं घर में पत्नी की बातें सुन रहा हूं. आप गृहमंत्री की बातें सुनें और घर पर ही रहें. सभी जरूरी सामान पहुंचाए जाएंगे. तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव ने सख्त लहजे में कहा कि अगर लोग लॉकडाउन को नहीं मनते हैं तो अमेरिका की आर्मी को बुलाना चाहिए. 24 घंटे कर्फ्यू और शूट ऐट साइट का आदेश होना चाहिए. मैं लोगों सो विनती करता हूं कि यह स्थिति न आने दें. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि वह इस बीमारी को हैंडल करने में कामयाब नहीं रही है.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी हमारी है. जिन लोगों की सेवाएं जरूरी हैं उनको पास देने की व्यवस्था की गई है. अस्पताल या मीडिया वालों के पास आई कार्ड हैं लेकिन किराने की दुकान वालों के पास अगर आई कार्ड नहीं है तो वे हमें फोन करेंगे और हम ईपास जारी करेंगे और सभी को नंबर जारी किया जाएगा.

दुकानों पर भीड़ लगाने से लॉकडाउन का मक़सद फेल हो जाएगा। दूध, सब्जी, राशन, रोज़मर्रा का समान, पानी, दवाई जैसी essential items की सप्लाई खुली रखना हमारी जिम्मेदारी है। पैनिक मत करिए। आपकी जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकार काम कर रही है।

— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 25, 2020

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बहुत जरूरी है लेकिन मूलभूत जरूरतें पूरी होनी भी जरूरी हैं. हम आपकी सुविधाओं के लिए एलजी साहब, पुलिस और लोगों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. पैनिक होने की जरूरत नहीं है. दुकानों के ऊपर लाइन न लगाएं वरना असली मकसद कामयाब नहीं होगा.

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का कहना है कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि खाने के सामान की कोई कमी ना हो. सभी पुलिस स्टेशन लोगों के दरवाजे पर सामान डिलिवर करने की जिम्मेदारी उठाएंगे. डीएम और एसपी उसकी निगरानी करेंगे.

 

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