Haryana: संत कबीर जयंती कार्यक्रम में सीएम ने किया जनता को संबोधित, बदला मुख्यमंत्री आवास का नाम

Haryana: संत कबीर जयंती  कार्यक्रम  में सीएम  ने किया जनता को संबोधित, बदला मुख्यमंत्री आवास का नाम

रोहतक: आज नई अनाज मंडी में संत कबीर दास जयंती का आयोजन किया गया है जिसमें हरियाणा के सीएम ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की है। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने संबोधन भी दिया है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि रोहतक में 5 एकड़ जमीन पर 51 लाख का प्रोजेक्ट बनाकर देंगे, एक विश्विद्यालय का नाम संत कबीर के नाम से होगा। प्रदेश की हर धर्मशाला में हर शिक्षण संस्थान में पुस्तकालय बनाएंगे। सीएम ने आगे कहा कि 5 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाएंगे। वहीं 75 प्रतिशत सब्सिडी देने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा है कि धानक समाज के लोग और संत कबीर के अनुयायी यदि काशी में भ्रमण पर जाएंगे तो उनका आने जाने का किराया सरकार वहन करेगी।

आपको बता दें कि चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास का नाम संत कबीर के नाम पर रखा गया है और आज से मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटीर कहलाएगा। वहीं रोहतक में राज्य स्तरीय कबीर जयंती में मुख्यमंत्री ने कई घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कबीर की सीख पर ही सरकार ने ठाना की नौकरी की प्राथमिकता केवल योगयता होगी। कबीर ने कहा है कि सतकर्म के जरिए ही मोक्ष मिलेगा। हमारा सिंद्धांत भी यही है कि अंतिम व्यक्ति को लाभ मिले। मुख्यमंत्र ने कहा कि पीपीपी के जरिए लोगों के लिए योजनाएं बनाई, प्रदेश में 142000 कबीरपंथी परिवार जिनकी कुल संख्या 591000हैजिनमें एक तिहाई विधार्थी है। सरकारी विधार्थियों के लिए 5 लाख टैबलेट दिए, अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत गरीब परिवारों को मजबूत कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 9 लाख घरों में गैस मुहैया कराई, हर गांव में नल से जल योजना जल्द पूरी होगी। हमारी सरकार ने सभी महापुरुषों की जयंती सरकारी तौर पर मनाने का फैसला किया है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास सबका प्रयास से ही भारत आगे बढ़ेगा। साथ ही प्रमोशन में आरक्षण का अधिकार मिलेगा, हरियाणा में बैकवर्ड कल्सा की सभी धर्मशाला, शिक्षण संस्थानों पुस्तकालय में लगेंगे।
हरियाणा सरकार अनुसुचित या बैकवर्ड समाज में सोलर प्लांट लगाने पर 75 फीसदी का छूट देगी। साढे़ 5 एकड़ की जमीन के पहले प्रोजेक्ट के लिए सरकार 51 लाख रूपये देगी। हर साल कबीर जयंती मनाई जाएगी, कबीर की नगरी काशी के लिए रेलवे का किराया भी सरकार ही  देगी। किसी एक संस्थान का नाम राज्य में कबीर के नाम पर होगा। वहीं  चंडीगढ में मुख्यमंत्री आवास का नाम संत कबीर कुटीर रखा जाएंगा।

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