China New Virus Brucellosis : चीन में नई बीमारी ब्रूसीलोसिस का आतंक, जानवरों से इंसानों में आ रही है ये बीमारी

China New Virus  Brucellosis  : चीन में  नई बीमारी ब्रूसीलोसिस  का आतंक, जानवरों से इंसानों में आ रही है ये बीमारी

नई दिल्ली :  चीन से आया कोरोना वायरस पहले ही देश में आतंक मचा रहा है.ऐसे में चीन ने एक और बीमारी के जन्म दे दिया.  वहींचीन में एक खतरनाक बैक्टीरिया कहर बरपा रहा है जो भारत में दस्तक दे चुका है. जिसे लेकर WHO ने चिंता जाहिर की है. उस बैक्टीरिया का नाम है,ब्रूसीलोसिस जो कि जानवरों से इंसानों में फैल रहा है.

आपको बता दें कि,करीब 10 महीने पहले शुरू हुई कोरोना महामारी का क़हर अब भी भारत सहित  दुनियाभर में क़ायम है. वहीं वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या के मामले में अमेरिका के बाद भारत दूसरा सबसे ज़्यादा प्रभावित देश है. कोरोना से अभी तक उबर नहीं पाए हैं कि, इसी बीच एक और बीमारी ने दस्तक देकर सभी की नींद उड़ा दी है. चीन में एक और ख़तरनाक संक्रामक बैक्टीरियल बीमारी अपना कहर बरपा रही है.

वहीं कोरोना की तरह ये भी धीरे-धीरे काफी तेज़ी से बढ़ रहा है.  साथ ही आंकड़ों के मुताबिक, गांसू प्रांत की राजधानी लान्जो में अबतक 3 हज़ार से ज़्यादा लोग ब्रूसीलोसिस नाम के इस बैक्टीरिया के शिकार हो चुके हैं. आपको बता दें कि ब्रूसीलोसिस इंसानों और जानवरों दोनों को ही प्रभावित करता है. 

जानें क्या है ब्रूसीलोसिस

ब्रूसीलोसिस एक ऐसी बैक्टीरिया जनित बीमारी हैजो कि खास तौर पर गाय, भेड़-बकरी, सुअरऔर कुत्तों को संक्रमित करती है. साथ ही अगर वे संक्रमित जानवर के संपर्क में आएं तो ये इंसानों में भी हो सकता है. जैसे कि संक्रमित पशु उत्पादों को खाने-पीने सेया ऐसी हवा में सांस लेने से जहां बैक्टीरिया मौजूद हो.

साथ ही इस बीमारी के लक्षण आने में एक हफ्ते से लेकर दो महीने भी लग सकते हैं, लेकिन अक्सर दो से चार हफ्ते में लक्षण दिखने लगते हैं. इसके लक्षण हैं- बुखार, पसीना आना, थकान भूख न लगना, सिर दर्द, वज़न घटना औरमांसपेशियों में दर्द है. वहीं कई लक्षण लंबे वक्त तक रह सकते हैं और कुछ कभी नहीं जाते है.

वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO का कहना है कि, अक्सर ये बीमारी संक्रमित जानवरों से नहीं बल्कि पाश्चरीकृत दूध या पनीर लेने से इंसानों में आ रही है. हालांकि, इसमें इंसानों से इंसानों में बेहद कम संक्रमण होता है. WHO के मुताबिक, ये बीमारी दुनिया के कई देशों में पाई जाती रही है. इसका इलाज भी संभव है. हालांकि, दवाइयों का सिलसिला एक-डेढ़ महीने तक चल सकता है.

हाल ही में आई कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये बीमारी भारत में प्रवेश कर चुकी है और मनुष्यों के साथ जानवरों को भी प्रभावित करने लगी है. ऐसे में पहले ही कोरोना को लेकर चिंतित वैज्ञानिकों की चिंता इस बीमारी की वजह से और भी बढ़ गई है. वैज्ञानिक इस बात को लेकर चिंता में हैं कि, अगर ये बीमारी भी कोविड-19 की ही तरह महामारी का रूप ले लेगी, तो ये देश के लिए बेहद ख़तरनाक साबित हो सकती है.

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